Waqf Amendment Bill: राज्यसभा में गुरुवार को वक्फ संशोधन बिल की चर्चा के दौरान काफी गहमागहमी देखने को मिली।
Waqf Amendment Bill: लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक राज्यसभा में पहुंचा। जिसके बाद पक्ष और विपक्ष के बीच बहस में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिग्विजय सिंह के बीच तनातनी मच गई। दरअसल, जब राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर चर्चा हो रही थी। तब सुंधाशु त्रिवेदी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हमारी सरकार ने पहली बार मुस्लिम समाज के अंदर सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने का काम किया है। ताजमहल पर भी वक्फ ने दावा किया। तब सुप्रीम कोर्ट ने अपने जजमेंट में कहा कि शाहजहां के समय का फरमान लेकर आइए जिसमें ताजमहल को वक्फ किया गया। इसको लेकर मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
इस दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इशरत जहां, अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी के नाम लिए और कहा कि ये लोग आज इनके साथ हैं। सुधांशु त्रिवेदी की इस बात पर एनसीपी की सांसद फौजिया खान ने आपत्ति की और एक्सपंज करने की मांग की। फौजिया खान ने कहा कि सुधांशु त्रिवेदी ने पूरे मुस्लिम समाज को अपमानित करने वाला बयान दिया है. इसे एक्सपंज किया जाए।
तभी सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि फौजिया जी, आप पूरी बात सुनेंगी तो समझ आएगा कि किस कॉन्टेस्ट में बोले हैं। इसी दौरान कांग्रेस के सदस्य भी आपत्ति जताने लगे। जिसपर सुधांशु त्रिवेदी ने कह दिया कि आपने उड़ता तीर क्यों ले लिया?
सुधांशु त्रिवेदी की बात पर सभपति एनसीपी सांसद को समझा रहे थे। तभी गृह मंत्री अमित शाह ने एंट्री ले ली। उन्होंने कहा कि इशरत जहां, यही एनसीपी ने इशरत के घर जाकर इनाम भी दिया और शहीद बताया। दूसरा अतीक अहमद किस पार्टी से जुड़ा हुआ था। तीसरा मुख्यतार अंसारी। ये इंडी अलायंस। यह सारे नाम आपके इंडी अलायंस से जुड़े हुए थे।
इसके बाद सुधांशु त्रिवेदी ने निशाना साधते हुए कहा कि याकूब मेमन के नमाज-ए-जनाजा में कितने लोग गए। कितने लोग अब्दुल कलाम के नमाज-ए-जनाजा में गए। एक सांसदन तो ये कहते हैं कि अफजल की ज्यूडिशियल किलिंग हुई है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे लेकर जो कहा गया है। उसकी निंदा करता हूं। इस पर अमित शाह ने कहा कि माइक चालू करा दीजिए और दिग्विजय सिंह जी कह दें कि उन्होंने नहीं कहा है कि 26/11 हमले में संघ का हाथ था।
अमित शाह की बात पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमने ये बात नहीं कही है। मैं इस बात का खंडन करता हूं।
अमित शाह ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेता गुजरात दंगों पर पहुंच गए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि गृह मंत्री जी बता दें कि गुजरात दंगों के समय वे वहां के गृह मंत्री थे। उन लोगों की क्या भूमिका थी। इस पर अमित शाह ने पलटवार करते हुए कहा कि जब दंगे हुए। उसको 18 महीने बाद गृह मंत्री बना था। इनको मेरा हौवा ऐसा है कि हर जगह मैं ही दिखाई देता हूं।
इधर, कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव बरोलिया का कहना है कि पहले अमित शाह को गुजरात दंगों में उनकी भूमिका को स्पष्ट करना चाहिए। साथ ही उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन हमारी जो 4000 हजार किलोमीटर जमीन कब्जा करके बैठा है। जब हमारे 20 जवान शहीद हुए और हमारे विदेश मंत्री चीनी राजदूत के साथ केक काटने में मस्त थे। इसका जवाब कौन देगा। इसे कौन स्पष्ट करेगा।