- प्रदेश के जंगलों से सात दिन में 6145 मामले, प्रदेश में सबसे ज्यादा - राजधानी के पास पराली के सबसे ज्यादा मामले लहारपुर और नर्मदापुरम रोड और बैरागढ़ की तरफ
भोपाल। Space से भोपाल में लगी आग की monitring हो रही है। खेतों में कटाई पूरी होते ही पराली से वायु प्रदूषण का मामला आया। सेटेलाइट से मॉनीटरिंग शुरू हो गई। लेकिन जो रिपोर्ट मिली वह चौंकाने वाली है। प्रदेश में पराली से ज्यादा जंगलों में आग है। प्रदेश के 6145 स्थानों पर आग के अलर्ट सिस्टम ने वन विभाग को भेजे। ये देश में सबसे ज्यादा हैं।
राजधानी की हवा की बात करें तो यहां लहारपुर, मंडीदीप के आसपास का हिस्से से सबसे ज्यादा धुंआ उठा। पराली में आग के मामले यहां से सबसे ज्यादा हैं।
रियल टाइम आंकड़ों के मुताबिक पर्यावरण परिसर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 101 रहा। कलेक्ट्रेट का 105 मापा गया। इसमें ओजोन धूल ज्यादा मिली। टीटी नगर का एक्यूआई 140 मापा गया। आंकड़ों के मुताबिक यहां ओजोन अधिक मिली।
खेतों में कटाई के बाद आग लगने पर नजर रखने तकनीक इस्तेमाल हो रहा है। राजधानी में खुले हिस्सों में आग लगने के कुछ अलर्ट आए। इनमें ज्यादा मामले लहारपुर और मंडीदीप के आसपास के हैं।
ब्रजेश शर्मा, क्षेत्रीय अधिकारी, मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड