Bijnor News: यूपी के बिजनौर में शनिदेव मंदिर की मूर्ति हटाए जाने पर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। मूर्ति पुनः स्थापित करने और दर्ज 17 मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर सैकड़ों ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और एसपी को ज्ञापन सौंपा।
Uproar over removal of statue in Bijnor: बिजनौर के थाना मंडवार क्षेत्र के रतनपुर गांव में शनिदेव मंदिर की मूर्ति को लेकर विवाद गहरा गया है। मूर्ति हटाए जाने के विरोध में मंगलवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया और एसपी को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग की।
ग्रामीणों का कहना है कि रतनपुर निवासी गोविंद के घर के प्रांगण में स्थित पीपल के पेड़ के नीचे शनिदेव मंदिर बना हुआ है। कुछ दिन पहले मूर्ति खंडित हो गई थी, जिसके बाद ग्रामीणों ने नई मूर्ति स्थापित कर दी। लेकिन 28 जून को ग्राम प्रधान जगत सिंह की शिकायत पर प्रशासन ने मूर्ति को हटा दिया, जिससे गांव में आक्रोश फैल गया।
गोविंद ने बताया कि शनिदेव की मूर्ति जिस स्थान पर स्थापित की गई थी, वह उनकी निजी संपत्ति है। उनके पास जमीन से संबंधित सभी वैध दस्तावेज मौजूद हैं। इसके बावजूद प्रशासन द्वारा मूर्ति हटाना अन्यायपूर्ण है।
इस मामले में पुलिस ने 17 ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बजरंग दल मेरठ प्रांत के सुरक्षा प्रमुख आशीष बालियान ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि सीओ स्तर के अधिकारी ने ग्रामीणों के साथ अभद्रता की है।
प्रदर्शनकारियों ने ग्राम प्रधान पर सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो प्रसारित करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि गांव में स्थित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
ग्रामीणों ने एसपी को ज्ञापन सौंपते हुए 17 लोगों पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने और शनिदेव की मूर्ति को पुनः उसी स्थान पर स्थापित करने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण, सामाजिक संगठन और बजरंग दल के सदस्य मौजूद रहे।