बीकानेर

सामुदायिक हित में तैयार किए 42 वर्किंग मॉडल, 18 को मिल चुका है इंस्पायर अवार्ड

दीपक जोशी ने सरकारी स्कूलों में सेवा देते हुए गुजरे चार साल में विज्ञान शिक्षण और वर्किंग मॉडल निर्माण के साथ 42 प्रोजेक्टों का निर्माण विद्यार्थियों से करवाया। वे जहां भी गए, इस नवाचार को जारी रखा।

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Jun 17, 2024

समाज की समस्याओं को विज्ञान के जरिए हल करने की कोशिश में यह पहल मील का पत्थर साबित हो सकती है। शुरुआत बीकानेर में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक ने की है। उन्होंने टीम वर्क को इसका उपयोगी औजार बनाया। राउमावि भीमनगर में कार्यरत दीपक जोशी ने सरकारी स्कूलों में सेवा देते हुए गुजरे चार साल में विज्ञान शिक्षण और वर्किंग मॉडल निर्माण के साथ 42 प्रोजेक्टों का निर्माण विद्यार्थियों से करवाया। वे जहां भी गए, इस नवाचार को जारी रखा। यह भी ध्यान रखा कि मॉडल निर्माण प्रक्रिया के दौरान विज्ञान के जटिल सिद्धान्तों को लर्निंग बाई डूइंग के जरिए बच्चों को समझाया जा सके।

ऐसे आया आइडिया

दीपक जोशी के मुताबिक, पहली बार उन्हें एक साइट पर काम कर रहे मजदूरों को सीमेंट के कट्टे ले जाते देख आइडिया आया। इसके लिए उन्होंने कक्षा 6 से 10 के विद्यार्थियों में सर्वप्रथम वैज्ञानिक दृष्टिकोण उत्पन्न किया। विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि वे समाज की किसी समस्या का अवलोकन करें और उसे समझने का प्रयास करें। इसी तरह पिछले चार से पांच साल में अलग-अलग विद्यार्थियों से उन्होंने 42 प्रोजेक्ट तैयार करवाए। खास बात यह है कि उनमें से तैयार वर्किंग नवाचारी मॉडल में 18 को इंस्पायर अवार्ड मानक पुरस्कार प्राप्त हुआ।

यह मॉडल हुए तैयार

स्मार्ट बजट प्रोजेक्ट में (अल्प व्यय में (डिजिटल शिक्षण के लिए) नेचुरल वॉटर प्यूरीफायर ( ग्रामीण क्षेत्रों में जल शुद्धिकरण के लिए), रूरल रेफ्रिजरेटर ( बिना बिजली प्राकृतिक फ्रिज), सीमेंट कैरी बैग जैकेट ( श्रमिकों के लिए), सोनामुखी कटिंग मशीन, इको फ्रेंडली चूल्हा (ग्रामीण गृहणियों के स्वास्थ्य की रक्षा के साथ कम धुआं देने वाला अधिक दक्ष चूल्हा), एडवांस रोड सेफ्टी सिस्टम (सड़कों पर दुर्घटनाओं से बचाव के लिए), स्कूल बस सेफ्टी सिस्टम ( लापरवाही से होने वाली दुर्घटनाओं से बच्चों की सुरक्षा के लिए) तैयार किया गया।

Published on:
17 Jun 2024 09:40 pm
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