बीकानेर में उदयरामसर िस्थत मां करणी का मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था और श्रद्धा का केन्द्र है। बीकानेर देशनोक मार्ग पर िस्थत इस मंदिर के प्रति लोगों की विशेष श्रद्धा है। मंदिर में मां करणी की मनमोहिनी छवि विराजमान है। यह मंदिर सफेद चूहों वाली देवी के रूप में भी प्रसिद्ध है। इस मंदिर में गर्भ गृह सहित मंदिर परिसर में हर तरफ सफेद चूहे नजर आते है। श्रद्धालुओं में सफेद चूहों को लेकर विशेष श्रद्धा है।
बीकानेर. देशनोक स्थित श्री करणी माता का मंदिर विश्वभर में चूहों वाली देवी के मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है। इस मंदिर में बड़ी संया में काबा (चूहा) की बड़ी संया है। यहां श्रद्धालु किसी सफेद चूहा अर्थात काबा के दर्शन कर अपने को धन्य मानते है और इसे माता का आशीर्वाद भी। उदयरामसर में स्थित मां करणी का मंदिर भी प्रसिद्ध है। यहां रोज श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचते है। इस मंदिर में मां के दरबार में केवल सफेद काबा (चूहे) ही नजर आते है। यह सफेद चूहो वाली देवी के मंदिर के रूप में भी प्रसिद्ध है। नवरात्र में प्रतिदिन बड़ी संया में श्रद्धालु मां के दरबार में पहुंचकर धोक लगा रहे है व जोत, आरती और रातीजोगा में शामिल हो रहे है।
हर तरफ सफेद चूहे
उदयरामसर स्थित मां करणी के मंदिर में केवल सफेद चूहे ही नजर आते है। यहां आने वाले श्रद्धालु मां करणी के दर्शन करने के बाद आस्था और श्रद्धा भाव के साथ इन सफेद चूहों के दर्शन करते है। चूहों को दूध और प्रसाद अर्पित करते है। यहां सफेद चूहों के अतिरिक्त किसी दूसरे रंग के चूहे नजर नहीं आते है। सफेद चूहे मंदिर के गर्भगृह सहित मंदिर परिसर में अठखेलियां करते रहते है। मंदिर पुजारी के अनुसार यहां साल दर साल सफेद चूहों की संया लगातार बढ़ रही है।
लगाते हैं जात,होता है रातीजोगा
मंदिर पुजारी के अनुसार मां करणी के दरबार में नवविवाहित जोड़े गठजोड़ के साथ यहां जात लगाने पहुंचते हैं। नवविवाहित जोड़े मां के दरबार में धोक लगाने के साथ सुखमय, मंगलमय वैवाहिक जीवन की कामनाएं करते हैं। श्रद्धालु परिवार अपने नवजात बच्चों को भी यहां लाकर धोक लगवाते हैं। ढोल और हारमोनियम की संगत पर यहां रातीजोगा का आयोजन होता है व मां की स्तुति वंदना होती है।