नगरीय क्षेत्र की स्कूलों में अब हरे, नीले और लाल रंग के डस्टबिन लगेंगे। नगर निगम की ओर से शहरी क्षेत्र की 50 सरकारी स्कूलों में इन डस्टबिन को स्थापित किया जाएगा। स्कूलों में डस्टबिन लगाने के साथ-साथ निगम स्कूली विद्यार्थियों को गीले व सूखे कचरे के अलग-अलग संग्रहण करने और स्वच्छता को लेकर जागरुक भी करेगा। निगम की ओर से 50 बालिका विद्यालयों के शौचालयों में लाल रंग के डस्टबिन लगाए जाएंगे। वहीं निगम की ओर से दस सरकारी स्कूल जहां खुला परिसर है, वहां पेड़ पौधों की पत्तियों और खाद्य सामग्रियों से खाद तैयार करने के लिए कंपोस्ट पिट भी बनाए जाएंगे।
बीकानेर. नगर निगम क्षेत्र स्थित सरकारी स्कूलों में डस्टबिन लगेंगे। निगम विद्यार्थियों को स्वच्छता की जानकारी देने के साथ दैनिक दिनचर्या में तैयार हो रहे कचरे को संबंधित डस्टबिन में ही डालने के लिए प्रेरित करेगा। निगम ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। प्रथम चरण में निगम की ओर से शहरी क्षेत्र में स्थित 50 स्कूलों में गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग संग्रहण करने के लिए कचरा पात्र लगाए जाएंगे। वहीं सरकारी स्कूलों के खुले परिसरों में अब देशी तरीके से खाद भी तैयार की जाएगी। इसके लिए कंपोस्ट पिट बनेंगे।
250 कचरा पात्रों की खरीद
स्कूलों में स्वच्छता के लिए निगम की ओर से कुल 250 कचरा पात्रों की खरीद की गई है। इनमें हरे व नीले रंग के 100-100 डस्टबिन खरीदे गए हैं। इन कचरा पात्रों को एक-एक के सेट में स्थापित किया जाएगा। वहीं गर्ल्स स्कूलों के लिए लाल रंग के 50 डस्टबिन भी खरीदे गए हैं। प्रत्येक डस्टबिन की क्षमता 9-9 लीटर की है।
इनसे बनेगी खाद
निगम की ओर से शहरी क्षेत्र में स्थित 10 स्कूलों में कंपोस्ट पिट बनाए जाएंगे। ये कंपोस्ट पिट उन्हीं स्कूलों में बनेंगे, जिनमें खुला परिसर मौजूद है। ये कंपोस्ट पिट 5 गुणा 10 फीट आकार के व चार फीट गहराई के बनाए जाएंगे। इन कंपोस्ट पिट में करीब 30 दिनों में देशी तरीके से खाद तैयार होगी। खाद बनाने के लिए पेड़ पौधों की पत्तियों व खान-पान की सामग्री का उपयोग किया जाएगा। विद्यार्थियों को कंपोस्ट पिट में खाद बनाने की जानकारी दी जाएगी। अन्य स्कूलों के विद्यार्थियों को भी इस कार्य से जोड़ा जाएगा। नगर निगम कार्यालय परिसर में भी खाद बनाने के लिए कंपोस्ट पिट तैयार किया जा रहा है।
जागरूकता जरूरी
बच्चों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता को लेकर स्कूलों में डस्टबिन लगाए जाएंगे। वहीं पेड़-पौधों की पत्तियों व खाद्य सामग्री से खाद बनाने के लिए कंपोस्ट पिट बनाए जाएंगे। इसका लाभ मिलेगा।
मयंक मनीष, आयुक्त नगर निगम