Pm Awas Yojana: केंद्र सरकार ने तीन करोड़ पीएम आवास स्वीकृत किए हैं। हितग्राहीयो के खाते में पहली किस्त की राशि भेज दी गई है। जिनका नाम प्रतीक्षा सूची में नहीं है या नाम छूट गया है, वे भी पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
Pm Awas Yojana: धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महामाया मंदिर कॉरिडोर मेरा सपना है। हर व्यक्ति की आस्था इससे जुड़ी है। इनके सम्मान के अनुरूप विकास हो जाए, यही मेरी कोशिश हैं। केंद्र सरकार ने तीन करोड़ पीएम आवास स्वीकृत किए हैं। हर गरीब को आशियाना देना केंद्र सरकार की पहली प्राथमिकता है। ये बातें मंगलवार को ‘पत्रिका’ कार्यालय पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहीं। इस दौरान उन्होंने केंद्र, राज्य सहित बिलासपुर शहर के विभिन्न मुद्दों पर खुलकर चर्चा की। पेश है उनसे चर्चा के अंश…
सवाल: केंद्र और राज्य दोनों जगह भाजपा की डबल इंजन की सरकार है। गरीबों के आशियाने के सपने को कैसे पूरा कर रही ये सरकार?
जवाब: केंद्र सरकार ने तीन करोड़़ आवास की स्वीकृति पहले ही दे दी है। इनमें एक करोड़ शहरी हैं। जिन लोगों के नाम प्रतीक्षा सूची में है, उनके खाते में पहली किस्त की राशि भेज दी गई है। जिनका नाम प्रतीक्षा सूची में नहीं है या नाम छूट गया है, वे भी पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। हर व्यक्ति के आवास के सपने को साकार करने के लिए केंद्र सरकार कृत संकल्पित हैं। प्रदेश में पिछली कांग्रेस सरकार में प्रधानमंत्री आवास योजना से 18 लाख लोग वंचित हो गए थे, लेकिन हमारी सरकार में अब हर गरीब के सिर पर छत होगी।
सवाल. आगामी केंद्रीय बजट में इस बार राज्य की ओर से क्या प्रमुख मांगें की गई है?
जवाब: बजट को लेकर अभी लगातार बैठकें हो रही हैं। राज्य सरकार की ओर से जो भी विचार आएंगे, उसे केंद्र में मजबूती से रखा जाएगा। आगामी चार साल के लिए दीर्घकालीन और जनता को सहूलियत और लाभ देने वाले प्रोजेक्ट बने, इस पर भी मेरी कोशिश जारी है।
सवाल: निवेश को बढ़ाने के लिए राजस्थान और मध्यप्रदेश में निवेशक सम्मेलन हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ में कब होंगे?
जवाब: शहरी विकास के लिए उद्योग जरूरी है। प्रदेश में निवेश बढ़ाने की जरूरत है, ताकि रोजगार और लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठे। आपने ठीक सुझाव दिया है। ये होना चाहिए। इस विषय पर मैं मुख्यमंत्री से चर्चा करूंगा।
सवाल: धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काशी विश्वनाथ और उज्जैन की तर्ज पर महामाया मंदिर कॉरिडोर की प्रक्रिया कहां तक पहुंची है।
जवाब: महामाया मंदिर काॅरिडोर मेरा सपना है। ये अभी प्रक्रिया में हैं। हर व्यक्ति की आस्था माता महामाया से जुड़ी है। उनके सम्मान के अनुरूप विकास हो जाए, ये मेरी कोशिश है। मुख्यमंत्री से इस संबंध में चर्चा हुई है, वे भी पूरी तरह सहमत है। छत्तीसगढ़ के पांच शक्तिपीठ सूरजपुर के कुदरगढ़, चन्द्रपुर के चन्द्रहासिनी मंदिर, रतनपुर के महामाया मंदिर, डोंगरगढ़ के बम्लेश्वरी मंदिर और दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर में चरणबद्ध ढंग से पर्यटक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। ये पीएम मोदी के विकास की गारंटी में शामिल हैं।