CG News: 6 वर्ष की उम्र में उसने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के अलावा सबसे कम उम्र में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है।
CG News: @ढालसिंह पारधी। जिस उम्र में बच्चे पढ़ना सीखते हैं उस उम्र में बिलासपुर का 8 वर्ष का अरमान गणित में गुणा, भाग, जोड़-घटाने वाले सवालों को कम्प्यूटर की तरह फटाफट हल कर लेता है। इस विलक्षण प्रतिभा के कारण 6 वर्ष की उम्र में उसने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के अलावा सबसे कम उम्र में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है।
प्रधानमंत्री मोदी भी इस बालक की प्रतिभा के कायल हैं। गणित, एक ऐसा विषय है जिससे ज्यादातर लोग दूर भागते हैं। छोटी-छोटी कैलकुलेशन के लिए भी कैलकुलेटर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अरमान मैथ्स की बड़ी-बड़ी डिजिट्स सेकंड्स में कैलकुलेट, गुणा और भाग कर लेता है। वह गणितीय प्रश्नों को सुनकर ही हल कर देता है। शर्मीला और कम बोलने वाला अरमान अबेकस गिनती का उपयोग करता है। पत्रिका ने दो से तीन अंकों का गुणा, भाग और जोड़-घटाना वाले टफ सवाल पूछे, तो अरमान ने सेकंड्स में सभी के सही आंसर दिए।
इस तकनीक में मानसिक रूप से अबेकस की कल्पना करना शामिल है, जो बच्चों को सिखाई जाने वाली एक विधि है, जो उसे मानसिक गणना करने में सक्षम बनाती है।
अरमान की मां साइना उबरानी प्ले स्कूल का डायरेक्टर हैं। उन्होंने बताया कि अरमान साढ़े तीन साल का था तो वह मेरे स्कूल में ही था। अत्यधिक शर्मीला होने से वह स्टेज पर ढंग से बोल नहीं पाता था। कोविड में घर से ही ऑनलाइन क्लासेस लगने लगी। तब मैंने देखा कि गणित में सबसे पहले आंसर अरमान ही देता है। 2, 3 का पहाड़ा उसे एक बार में ही याद हो गया।
ऐसा करते करते 20 तक की टेबल उसने बिना रुके सुनाया। तब मुझे लगा कि मेरे बेटे में कुछ खास बात है। मैंने वर्ल्ड रेकॉर्ड चेक किया तो इतनी कम उम्र का कोई बच्चा था ही नहीं। तो यह रेकॉर्ड अरमान ने अपने नाम किया। फिर 40 तक टेबल के याद कर अपने ही रेकॉर्ड को ब्रेक किया।
भविष्य में क्या बनना है पूछने पर अरमान शर्माते हुए कहता है कि मैं पीएम (प्रधानमंत्री) बनूंगा। साइना ने बताया कि अरमान मोबाइल या टीवी देखने के लिए 45 मिनट तय कर रखा है। इसमें भी वह वीडियो गेम्स या धार्मिक धारावाहिक देखता है। अरमान को चेस और बैडमिंटन खेलना भी पसंद है।