Akshay Kumar Birthday Special: एक छूटी हुई फ्लाइट ने एक वेटर की पूरी जिंदगी बदलकर रख दी। कभी मामूली वेटर की तरह जीवन यापन करने वाला व्यक्ति, रातोंरात सुपरस्टार बन गया। यह कहानी दिखाती है कि किस्मत कब और कैसे पलट जाए, कोई नहीं जानता। उस एक फ्लाइट के छूटने ने उसके लिए सफलता के नए दरवाजे खोल दिए और उसे फर्श से अर्श तक पहुंचा दिया…
Akshay Kumar Birthday Special: अक्षय कुमार बॉलीवुड का एक ऐसा नाम जो एक्शन, कॉमेडी और देशभक्ति हर किरदार में फिट बैठता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अक्षय की सफलता की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है? वेटर से सुपरस्टार बनने तक का उनका सफर संघर्ष और किस्मत का एक अनोखा किस्सा है। बता दें कि 9 सितंबर 1967 को अमृतसर में जन्मे राजीव हरिओम भाटिया (अक्षय कुमार) का बचपन दिल्ली और मुंबई में बीता। मार्शल आर्ट्स में रुचि होने के कारण उन्होंने ताइक्वांडो और मुआ थाई की ट्रेनिंग ली। बैंकॉक में उन्होंने वेटर और शेफ के तौर पर भी काम किया।
किसी निजी काम के बाद मुंबई से लौटने के बाद, अक्षय ने मार्शल आर्ट्स सिखाना शुरू किया था। यहीं उन्हें मॉडलिंग का ऑफर मिला था। शुरुआती दौर में मॉडलिंग में संघर्ष करने के बाद, उन्हें एक्टिंग में भी हाथ आजमाने का मौका मिला। 1987 में उन्होंने एक छोटी सी भूमिका निभाई, लेकिन उन्हें पहचान नहीं मिली। इसके बाद साल 1992 में 'जो जीता वही सिकंदर' के लिए ऑडिशन देने के बावजूद उन्हें रोल नहीं मिला।
हालांकि, किस्मत ने अक्षय के लिए कुछ और ही सोच रखा था। एक बार उन्हें बेंगलुरु में एक फैशन शो के लिए जाना था, लेकिन गलती से उन्होंने सुबह की फ्लाइट मिस कर दी। निराश होकर घर लौटने पर उनकी मां ने उन्हें हौसला दिया। उसी दिन, अक्षय की मुलाकात नटराज स्टूडियो में मेकअप मैन नरेंद्र से हुई, जिन्होंने उनकी तस्वीर प्रमोद चक्रवर्ती को दिखाई। कुछ ही देर में अक्षय को फिल्म 'दीदार' के लिए लीड रोल मिल गया, यह एक इत्तेफाक ही था कि उन्हें फिल्म का चेक ठीक उसी समय मिला, जिस समय उनकी फ्लाइट थी।
इसके बाद 1991 में उनकी पहली फिल्म 'सौगंध' रिलीज हुई, लेकिन उन्हें असली पहचान 1992 में आई फिल्म 'खिलाड़ी' से मिली। इसके बाद उन्होंने कई सुपरहिट फिल्में दीं और 'बॉलीवुड का खिलाड़ी कुमार' बन गए। अक्षय ने एक्शन के साथ-साथ कॉमेडी में भी अपनी हाथ आजमाया। 'हेरा फेरी', और 'गरम मसाला' जैसी फिल्मों ने उन्हें एक बहुमुखी अभिनेता बना दिया। 'एयरलिफ्ट', 'रुस्तम' जैसी फिल्मों में उन्होंने सामाजिक मुद्दों पर भी काम किया और अपनी छवि को एक जिम्मेदार एक्टर के रूप में स्थापित किया।
दरअसल, अक्षय को 2009 में पद्मश्री और 2017 में 'रुस्तम' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। आज अक्षय कुमार बॉलीवुड के सबसे फिट और प्रोफेशनल अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं, जिनकी अनुशासित लाइफस्टाइल प्रेरणादायक है। उनकी जिंदगी में आए उतार-चढ़ाव ये साबित करते हैं कि मेहनत और किस्मत मिलकर किसी को भी सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचा सकती हैं।