एसएसपी दिनेश कुमार सिंह के मुताबिक, करीब 3 बजे मुजफ्फरनगर पुलिस गुमशुदा प्रेमी-प्रेमिका की तलाश में डिबाई थाना क्षेत्र के मोहल्ला किशनचंद्र पहुंची। पुलिस ने दबिश दी तो दोनों ने दरवाजा नहीं खोला।
बुलंदशहर : जिले के डिबाई थाना क्षेत्र में देर रात पुलिस घेराबंदी के दौरान सनसनीखेज वारदात सामने आई। पुलिस से बचने के लिए भागे प्रेमी ने अपनी नाबालिग प्रेमिका की गोली मारकर हत्या कर दी और इसके बाद खुद को भी तमंचे से गोली मार ली। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पर फॉरेंसिक टीम और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
एसएसपी दिनेश कुमार सिंह के मुताबिक, करीब 3 बजे मुजफ्फरनगर पुलिस गुमशुदा प्रेमी-प्रेमिका की तलाश में डिबाई थाना क्षेत्र के मोहल्ला किशनचंद्र पहुंची। पुलिस ने दबिश दी तो दोनों ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद वे पिछले दरवाजे से निकलकर लगभग 30 मीटर दूर पूर्व एडीओ पंचायत लायक सिंह के मकान की छत पर जा पहुंचे।
पुलिस का घेरा देख युवक प्रिंस ने अवैध 315 बोर के तमंचे से पहले अपनी नाबालिग प्रेमिका के सिर में गोली मार दी और फिर खुद को भी गोली मार ली। गोली चलने की आवाज सुनकर पुलिस ने तत्काल छत पर जाकर देखा तो दोनों खून से लथपथ पड़े थे।
फायरिंग की आवाज के बाद स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। मौके से 315 बोर का तमंचा और दो खाली खोखे बरामद हुए हैं।
जानकारी के अनुसार, हरिद्वार जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के फकरेड़ा निवासी प्रिंस (26) लंबे समय से मुजफ्फरनगर के छपार गांव स्थित ननिहाल में रह रहा था। करीब दो साल पहले उसकी दोस्ती इंस्टाग्राम पर पड़ोस में रहने वाली नाबालिग किशोरी से हुई थी। दोनों का अफेयर शुरू हुआ, लेकिन परिवार वाले इसके खिलाफ थे क्योंकि दोनों अलग समाज के थे।
19 सितंबर को प्रिंस किशोरी को लेकर फरार हो गया। इसके बाद वह अपने फूफा प्रमोद के पास पहुंचा, जिसने परिचित की मदद से मोहल्ला सराय किशनचंद्र में किराए पर मकान दिला दिया। 22 सितंबर को दोनों ने मकान की ऊपरी मंजिल पर रहना शुरू किया था। वहीं, किशोरी के पिता ने 20 सितंबर को ही छपार थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसी केस की तलाश में पुलिस बुलंदशहर पहुंची थी।
एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। घटनास्थल से जुटाए गए साक्ष्यों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।