NH91 Mother Daughter Gangrape News: 2016 में यूपी के बुलंदशहर में NH91 पर एक परिवार को बंधक बनाकर मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ था। 10 साल बाद पॉक्सो कोर्ट ने 5 आरोपियों को दोषी ठहराया।
NH91 Mother Daughter Gangrape Case: यूपी के बुलंदशहर में साल 2016 हुई दरिंदगी पर 10 साल बाद फैसला आया है। पॉक्सो कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए 5 आरोपियों को दोषी करार दिया है। NH 91 पर 2016 में मां-बेटी के साथ दरिंदगी मामले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। बता है 28 जुलाई 2016 की 11 लोगों ने NH 91 पर गाजियाबाद निवासी कार सवार परिवार को बंधक बनाकर मां-बेटी के साथ रेप किया।
दो आरोपी एनकाउंटर में ढेर
न्यायाधीश ओपी वर्मा ने मामले की सुनवाई करते हुए आरोपियों को दोषी करार दिया है। बुलंदशहर पुलिस ने मामले में 11 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया था। वहीं सीबीआई ने 3 लोगों को क्लीन चिट दे दी थी। मामले में हरियाणा और नोएडा में अलग-अलग मुठभेड़ों में पुलिस ने दो आरोपीयों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। मामले में 6 आरोपियों के खिलाफ सुनवाई हुई, जिसमें से पहले 1 आरोपी की बीमारी के कारण मौत हो गई है। ओपी वर्मा ने धारा 394, 395, 397, 376D, 120B, 5/6 मामले में दोषी करार दिया है। मामले की अगली सुनवाई और सजा का ऐलान 22 दिसंबर को होगा।
क्या हुआ था उस रात?
28 जुलाई 2016 के रात के समय 1 परिवार नोएडा से शाहजहांपुर जा रहा था। वहीं पहले से घात लगाकर बैठे आरोपियों ने गाड़ी के सामने लोहे की रॉड फेंक दी, जिससे गाड़ी सड़क पर ही रुक गई। कार रुकने के बाद आरोपियों ने परिवार के सदस्यों को जबरन खेत में ले गए और वहां ले जाकर मां-बेटी के साथ बारी-बारी से रेप किया। वहीं जब घटना लोगों के सामने आई, तो सभी हैरान सकते में आ गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ताबड़तोड़ एक्शन शुरू किया, जिसमें एनकाउंटर से लेकर गिरफ्तारी तक की गई। पुलिस ने मां का मेडिकल कराया, तो पेटीकोट पर मिले सीमन आरोपियों का पाया गया, जिसे कोर्ट सबसे बड़ा साक्ष्य के रूप में पेश किया गया।
उस रात पुलिस की नाकामी भी सामने आई। परिवार के मुताबिक, घटना के बाद उन्होंने पुलिस से मदद की कोशिश भी की, लेकिन किसी प्रकार का रिस्पांस या सहायता उस रात परिवार को नहीं। घटना के समय पूरा परिवार दहल गया। पुलिस ने मदद नहीं मिलने के बाद, पीड़ित पिता ने नोएडा पुलिस में तैनात अपने एक दोस्त से मदद मांगी। परिवार आजतक उस दृश्य को भूल नहीं पाया।