सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा जिले की कुछ सडक़ों को जिला स्तरीय सडक़ मार्ग का दर्जा दिया गया है, जिनमें कापरेन से पीपल्या वाया गेण्डोली बजरंग घाटी सडक़ मार्ग को भी जिला स्तरीय सडक़ मार्ग का दर्जा प्राप्त हुआ है
गेण्डोली. सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा जिले की कुछ सडक़ों को जिला स्तरीय सडक़ मार्ग का दर्जा दिया गया है, जिनमें कापरेन से पीपल्या वाया गेण्डोली बजरंग घाटी सडक़ मार्ग को भी जिला स्तरीय सडक़ मार्ग का दर्जा प्राप्त हुआ है। इस सडक़ को मुख्य जिला सडक़ मार्ग का दर्जा मिलने पर सार्वजनिक निर्माण नैनवां खण्ड द्वारा गेण्डोली से पीपल्या वाया गेण्डोली बजरंग घाटी होकर पक्की सडक़ निर्माण के लिए प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाए गए है।
सार्वजनिक निर्माण विभाग नैनवां के अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार ने बताया कि कापरेन से पीपल्या वाया गेण्डोली बजरंग घाटी को जिला स्तरीय सडक़ मार्ग का दर्जा मिलते ही विभाग द्वारा गेण्डोली से पीपल्या वाया माण्डपुर बजरंग घाटी पर होकर करीब 11.7 किलोमीटर लंम्बी पक्की सडक़ निर्माण के लिए 38करोड 32 लाख रुपए के प्रस्ताव मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भिजवाए गए है। उल्लेखनीय है कि गेण्डोली बजरंग घाटी पर पक्की सडक़ निर्माण के लिए ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधि वर्षों से प्रयासरत हैं। वन विभाग द्वारा आपत्ति जताने से उनकी उम्मीद पूरी नहीं हो पा रही थी।
इस फिर ग्रामीणों में बजरंग घाटी पर पक्की सडक़ निर्माण की आस जगी है। इस घाटी पर होकर सडक़ निर्माण कार्य मंजूर होने से जहां नैनवां एवं केशवरायपाटन तहसील के दर्जनों गांवों की दूरी घट जाएगी, वहीं जयपुर, टोंक, नैनवां, कोटा, श्योपुर इटावा, सुल्तानपुर के लिए सीधा सम्पर्क जुड़ जाएगा। ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से गेण्डोली से माण्डपुर बजरंग घाटी वाले मार्ग को फोरेस्ट सीमा से मुक्त करवाने की भी मांग की है।