क्षेत्र के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री बीजासन माता मंदिर पर चल रहे नौ दिवसीय नवरात्रि मेले में श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए आ रहे हैं, लेकिन दर्शन से पहले श्रद्धालुओं को अग्नि परीक्षा देकर मंदिर पर पहुंचने को मजबूर होना पड़ रहा है।
इंद्रगढ़. क्षेत्र के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री बीजासन माता मंदिर पर चल रहे नौ दिवसीय नवरात्रि मेले में श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए आ रहे हैं, लेकिन दर्शन से पहले श्रद्धालुओं को अग्नि परीक्षा देकर मंदिर पर पहुंचने को मजबूर होना पड़ रहा है। नसिया जी जैन मंदिर से करीब 2 किलोमीटर की सड़क क्षतिग्रस्त होने से श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। एक अप्रैल को जिला कलक्टर अक्षय गोदारा ने बीजासन माता मंदिर सड़क मार्ग पर हो रहे गड्ढों को भरने के लिए पीडब्ल्यूडी को 2 दिन में सड़क पर पैचवर्क करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अभियंताओं ने पैचवर्क के नाम पर केवल औपचारिकता कर दी, जिससे माता के दर्शन आने वाले श्रद्धालुओं की परेशानियों और बढ़ गई है।
निर्देशों पर हुई खानापूर्ति
जिला कलक्टर ने एक अप्रैल को पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं को सड़क मार्ग पर पैचवर्क करने के निर्देश दिए थे, जिस पर पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं ने जिला कलक्टर के निर्देशों की पालना करते हुए पैचवर्क के नाम पर केवल औपचारिकता की है। विभाग के अधिकारियों ने पैचवर्क किया है, जिसमें जगह-जगह गिट्टी फैली रहने से परिक्रमा, कनक दंडवत लगाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गड्ढों से मिट्टी ही बाहर निकल रही हैं।
श्रद्धालुओं में रोष
इंद्रगढ़ क्षेत्र के स्थानीय श्रद्धालु नवरात्रि में रोजाना 9 दिनों तक नंगे पैर बीजासन माता की परिक्रमा लगाते हैं, लेकिन सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त होने से कनक दंडवत व परिक्रमा लगाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय श्रद्धालु राजेश नरबान, मोहन प्रजापत, ललित भंडारी, लवीश सैनी, शिल्पी शर्मा, मनीषा साहू, अमृता कहार, ज्योति शर्मा, सुनीता सैनी, निशा कहार, कन्नू कहार, सीमा, आदि श्रद्धालुओं ने बताया कि पीडब्ल्यूडी द्वारा पैचवर्क कराने के बाद सड़क पर जगह-जगह गिट्टी फैली रहने से चलना दुश्वार हो रहा है। पैचवर्क करने के नाम पर पीडब्ल्यूडी द्वारा केवल औपचारिकता की गई है। श्रद्धालुओं ने बताया कि सड़क मार्ग पर गिट्टी फैली रहने से रात के अंधेरे में भी लोगों में हादसों का भय बना रहता हैं।