क्षेत्र में राज्य सरकार की महती जल परियोजना ईआरसीपी के लिए आवंटित रीको औधोगिक क्षेत्र की जमीन पर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई।
लबान. क्षेत्र में राज्य सरकार की महती जल परियोजना ईआरसीपी के लिए आवंटित रीको औधोगिक क्षेत्र की जमीन पर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई।
जानकारी अनुसार क्षेत्र की खरायता पंचायत में करीब एक दशक पूर्व मेज नदी के समीप औद्योगिक विकास के लिए रीको को जमीन आवंटित की गई थी, लेकिन बाद में ठंडे में बस्ते में जाने से खाली पड़ी जमीन पर स्थानीय किसानों ने अतिक्रमण कर फसल करना शुरू कर दिया। कार्यवाहक तहसीलदार रामभरोस मीणा ने बताया कि ईआरसीपी परियोजना के लिए रीको को आवंटित जमीन में से लाखेरी उपखण्ड अधिकारी के आदेश से 15.67 हेक्टेयर भूमि आवप्ति के आदेश जारी किए गए, जिसके लिए वहां पर काबिज करीब एक दर्जन किसानों कई बार आदेश दिए गए, लेकिन अतिक्रमण नहीं छोडऩे की दशा में यहां पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है, जो देर शाम तक जारी रही।
बार-बार दिए नोटिस
जानकारी अनुसार यहां पर बार बार नोटिस देने पर भी अतिक्रमी किसानों द्वारा सरसों की फसल की बुवाई कर दी गई थी, जिसे चार जेसीबी व पांच ट्रैक्टरों के माध्यम से नष्ट कर जमीन को खाली करने की कार्यवाही की गई।
प्रशासनिक अमला रहा मौजूद
जिला कलक्टर के निर्देशों पर की गई कार्रवाई के दौरान अतिक्रमी किसानों के संभावित विरोध के मद्देनजर यहां गेण्डोली, देईखेड़ा लाखेरी व इंद्रगढ़ थाने के थानाधिकारी व लाखेरी वृताधिकारी नरेंद्र नागर मय जाब्ते के साथ लाखेरी कार्यवाहक उपखण्ड अधिकारी ऋतुराज, इंद्रगढ़ कार्यवाहक तहसीलदार रामभरोस मीणा, नायब तहसीलदार जीवनराम, हल्का पटवारी सन्तोष मीणा, ज्ञानचंद जांगिड़, फतेह सिंह, रामगोपाल गुर्जर, ओम प्रकाश, गिरदावर मनीष कनोलिया, रुमाली बाई सहित प्रशासनिक अमला मौके पर दिनभर मौजूद रहा।
ईआरसीपी परियोजना के लिए रीको की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही की गई है जमीन को अतिक्रमण मुक्त कर रीको को संभालने के निर्देश मिले है, आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी।
रामभरोस मीणा, कार्यवाहक तहसीलदार, इंद्रगढ़