जिले के 29 सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों का नामांकन 10 से कम है, वहीं 6 बच्चों पर दो शिक्षक कार्यरत हैं।
बूंदी.गोठड़ा. जिले के 29 सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों का नामांकन 10 से कम है, वहीं 6 बच्चों पर दो शिक्षक कार्यरत हैं। फिर भी इन सरकारी विद्यालयों में साल दर साल नामांकन बढ़ने की बजाय नामांकन घट रहा है। आखिर शिक्षक इन विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने की योजना बना रहे हैं या नहीं। इसका जवाब शिक्षा विभाग के पास भी नहीं है। वहीं दस विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर कैसा होगा ये जांच का विषय है।
जानकारी अनुसार बूंदी जिले के सरकारी स्कूलों में नामांकन का बुरा हाल है। कहीं छह बालकों पर दो शिक्षक कार्यरत हैं तो कहीं बच्चे तो है लेकिन शिक्षक नहीं है। जिले में 29 सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जहां दस या दस से भी कम नामांकन हैं। सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद विद्यालयों में नामांकन नहीं बढ़ाया जा सका है। स्कूलों में उच्च शिक्षित शिक्षक कार्यरत हैं। कक्षा-कक्ष बने हुए हैं। विद्यार्थियों को दोपहर में पोषाहार भी खिलाया जाता है। हर सत्र की शुरुआत से पहले प्रवेशोत्सव के ढोल बजाकर अभिभावकों को आकर्षित करने का प्रयास किया जाता है। इसके बावजूद भी नामांकन नहीं बढ़ रहा है। उधर,जिन विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या व विषयानुसार शिक्षकों की कमी बनी हुई है।
जिले के 3 स्कूल में नामांकन, शिक्षक नहीं
जिलें में तीन स्कूल ऐसे है, जिसमें वर्तमान में नामांकन तो है, लेकिन पढ़ाने वाले शिक्षकों का टोटा है, जिनमें तालेड़ा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय नारोली में 4, हिण्डोली ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय पीलिया का देवजी में 6, नैनवां नगरपालिका क्षेत्र बैरवा बस्ती में 9 विद्यार्थियों का नामांकन तो है। इनमें शिक्षक नहीं है।
यह हैं हाल
हिण्डोली ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल लुहारों का माजरा में 8 पर 2, प्राथमिक स्कूल फजलपुरा में 10 पर 2, प्राथमिक स्कूल सरदारों का टापरा में 8 पर 2, प्राथमिक स्कूल मौजा का झोपड़ा में 6 पर 2, प्राथमिक स्कूल खण्डेरिया में 8 पर 2, प्राथमिक स्कूल जोगी पाड़ा में 2 पर 2, प्राथमिक स्कूल कुण्डला नेगढ़ में 9 पर 2 शिक्षक कार्यरत हैं। तालेड़ा ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल बिलूंबा में 10 पर 2, प्राथमिक स्कूल सप्तीजा में 8 पर 2, प्राथमिक स्कूल मालियों का बरड़ा में 7 पर 2 शिक्षक कार्यरत हैं।बूंदी ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल पालकिया में 8 पर 2, प्राथमिक स्कूल दयालपुरा में 10 पर 2 शिक्षक कार्यरत हैं। केशवरायपाटन ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल बालापुरा में 9 पर 2, प्राथमिक स्कूल कीरों की बस्ती चंद्रपुरिया में 7 पर 1,बरियानी में 4 पर 2, प्राथमिक स्कूल बिशनपुरा में 10 पर 2, प्राथमिक स्कूल गेंदपुरा 10 पर 2, प्राथमिक स्कूल सोरदिया में 9 पर 2, प्राथमिक स्कूल पापड़ली 10 पर 1, प्राथमिक स्कूल न्यू बस्ती चोदेडा 8 पर 2 शिक्षक कार्यरत हैं। नैनवां ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल देवकुआं 6 पर 1, प्राथमिक स्कूल माणी में 8 पर 2, प्रा. स्कूल काली बरदी 8 पर 2, प्रा. स्कूल सदका का झोपड़ा में 8 पर 2, प्रा. स्कूल मीणा बैरवा की बस्ती में 8 पर 2, प्राथमिक स्कूल बरदा का झौपड़ा देवरिया 7 पर 2 शिक्षक कार्यरत हैं।
26 स्कूलों में 49 शिक्षक
जिले के 26 सरकारी स्कूलों में नामांकन 10 के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाया है, जबकि इन स्कूलों में वर्तमान में करीब 49 शिक्षक कार्यरत है। जिले की कई सरकारी स्कूलों में शौचालय की समस्या, पेयजल की समस्या, मैदान की कमी, विषयवार शिक्षण से संबंधित शिक्षकों की नियुक्ति, सरकारी स्कूलों में नामांकन में गिरावट के प्रमुख कारण हैं।
प्रवेशोत्सव के दौरान पिछली बार क्या कमियां रही इसके बारे में पता कर इस बार उन्हें दूर किया जाएगा। तथा नियमित रूप से मॉनिटरिंग कर नामांकन बढ़ाया जाएगा।
अर्चना कंवर, जिला शिक्षा अधिकारी, प्रारिम्भक, बूंदी