बूंदी

भुगतान नहीं किए जाने से परेशान ठेकेदार ने आत्महत्या की, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

ठेके पर किए गए कार्यों का दो फर्मों द्वारा राशि का भुगतान नहीं करने से परेशान नैनवां थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुरा गांव निवासी 45 वर्षीय ठेकेदार शंकरलाल बंजारा ने गांव में ही विषाक्त पदार्थ खा लिया। तबीयत बिगडऩे पर मंगलवार तडक़े परिजन उपचार के लिए शंकरलाल को बूंदी जिला चिकित्सालय लेकर गए जहां उपचार के दौरान मौत हो गई।

2 min read
Apr 09, 2025
नैनवां. लक्ष्मीपुरा मोड़ पर मृतक का शव रखी एम्बुलेंस को रोककर सडक़ पर प्रदर्शन करते ग्रामीण।

नैनवां. ठेके पर किए गए कार्यों का दो फर्मों द्वारा राशि का भुगतान नहीं करने से परेशान नैनवां थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुरा गांव निवासी 45 वर्षीय ठेकेदार शंकरलाल बंजारा ने गांव में ही विषाक्त पदार्थ खा लिया। तबीयत बिगडऩे पर मंगलवार तडक़े परिजन उपचार के लिए शंकरलाल को बूंदी जिला चिकित्सालय लेकर गए जहां उपचार के दौरान मौत हो गई।
ग्रामीणों ने शव को लेकर आई एम्बुलेंस को लक्ष्मीपुरा मोड़ पर ही रोक दिया और दोनों फर्मों के संचालकों से बकाया राशि दिलाने की मांग को लेकर जाम करने का प्रयास भी किया, जिससे लक्ष्मीपुरा मोड़ पर दो घण्टे तक तनाव की स्थिति बनी रही। पुलिस द्वारा फर्मों के संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद मामला शांत हो पाया।

भुगतान कराने के लिए सोमवार रात को ही शंकरलाल ने नैनवां थाने में दोनों फर्मों के संचालकों के खिलाफ अलग-अलग रिपोर्ट दी थी, जिसमें एक फर्म पर वन विभाग के किए विभिन्न स्थानों कराए गए कार्यो का 37 लाख 18 हजार 399 रुपए का भुगतान नहीं करने व दूसरी फर्म पर टेलीफोन लाइन डालने के ठेके पर किए कार्य का 13 लाख 45 हजार रुपए की राशि का भुगतान नहीं करने का आरोप लगाया था। रिपोर्ट देकर अपने गांव जाने के बाद विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया, जिसकी उपचार के दौरान बूंदी चिकित्सालय में मौत हो गई। नैनवां पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

परिजनों व ग्रामीणों द्वारा शव को गांव ले जाने के बजाए नैनवां थाने पर लेकर आने की जानकारी मिली तो पुलिस ने रास्ते में ही परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन नहीं माने और गांव से एक किमी पहले ही नैनवां-बांसी रोड पर लक्ष्मीपुरा तिराहे पर शव रखी एम्बुलेंस को सडक़ पर खड़ी कर जाम लगाने का प्रयास किया। मौके पर बवाल की स्थिति होती देखकर पुलिस उपाधीक्षक राजूलाल मीणा, थाना प्रभारी कमलङ्क्षसह, देई थाना प्रभारी रामेश्वर जाट, लाखेरी थाना प्रभारी सुभाष शर्मा व करवर थानाधिकारी मुकेश यादव पुलिस जाप्ते के साथ लक्ष्मीपुरा मोड़ पर पहुंचे। ग्रामीण मृतक शंकरलाल द्वारा किए कार्यों का फर्मों का भुगतान किए जाने के बाद ही शव को घर ले जाने की मांग पर अड़े रहे, जिससे दो घण्टे तक तनाव की स्थिति बनी रही। मृतक के पुत्र द्वारा दोनों फर्मों के संचालकों के खिलाफ पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज करने के बाद भी ग्रामीण शव को ले जाने को तैयार नहीं हुए। इस दौरान पुलिस व ग्रामीणों में टकराव की स्थिति भी बन गई। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आरोपी दोनों फर्मों के संचालकों को पकडऩे के लिए पुलिस टीमें लगी हुई है, जिनसे दस्तावेजों के आधार पर बकाया रही राशि बरामद करने की कार्रवाई की जाएगी।

आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए और साढ़े तीन बजे ग्रामीण शव को अंतिम संस्कार के लिए गांव लेकर रवाना हुए। शव का अंतिम संस्कार होने तक पुलिस अधिकारी लक्ष्मीपुरा गांव में ही मौजूद रहे। मृतक के पुत्र ने रिपोर्ट दी है कि दोनों फर्मो के संचालकों द्वारा उसके पिता द्वारा कराए कार्यो का पैसा नहीं दिया जा रहा था। संचालकों द्वारा पिता को प्रताडि़त किया जा रहा था, जिससे मजबूर होकर पिता ने आत्म हत्या कर ली।

मृतक शंकरलाल के पुत्र विनोद की रिपोर्ट पर एक फर्म के संचालक कोटा निवासी राज बना व उसके पिता जयङ्क्षसह व दूसरी फर्म के संचालक भीलवाड़ा निवासी अश्वनी शर्मा के खिलाफ प्रताडि़त कर आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।
राजूलाल मीणा,पुलिस उपाधीक्षक, नैनवां

Published on:
09 Apr 2025 11:41 am
Also Read
View All

अगली खबर