Good News : रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में जल्दी ही गिद्ध व भेड़िया संरक्षण की योजना पर कार्य शुरू होने जा रहा है। वन विभाग लुप्त होती प्रजातियों को बचाने में पूरे मनोयोग से जुटा हुआ है।
Good News : रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में जल्दी ही गिद्ध व भेड़िया संरक्षण की योजना पर कार्य शुरू होने जा रहा है। टाइगर रिजर्व के कोर प्रशासन ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। योजना के तहत टाइगर रिजर्व क्षेत्र की भोपतपुरा रेंज के बांका, भोपतपुरा व मुंदेड़ वन खंड को इनके संरक्षण के लिए सबसे अच्छे जंगल माना गया है। यहां पर भीमलत की प्राकृतिक वादियां, बाणगंगा नदी के पास भाला का जंगल, भोपातपुरा के पास भड़क्या माताजी का जंगल व गरड़दा व अभयपुरा बांधों के बीच मुंदेड़ का पठार भेड़ियों व गिद्धों के संरक्षण स्थल के रूप में विकसित होंगे। विभाग ने इस महत्वपूर्ण वन्यजीव संरक्षण की योजना पर कार्य शुरू कर दिया है तथा जल्दी ही प्रस्ताव तैयार कर भेजने की तैयारी है।
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देश में भेड़ियों की आबादी अति संकटग्रस्त श्रेणी में शामिल है। वर्तमान में पूरे देश में करीब तीन हजार से भी कम भेड़िए बचे है। जिले में भी मात्र 8-10 भेड़िए ही नजर आए है। इसी तरह गिद्ध भी तेजी से कम होते जा रहे हैं, जिससे पर्यावरण संरक्षण से जुड़े लोगों की चिंता बढ़ गई है।
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