बूंदी

गोपाष्टमी : गोमाता का पूजन किया, चुनरी ओढ़ाकर की परिक्रमा

गोपाष्टमी के पावन अवसर पर संत ज्योति शंकर शर्मा के सानिध्य में बालचंद पाड़ा स्थित ब्रह्मडेश्वर गोशाला में गोपाष्टमी पर्व से मनाया गया। प्रारम्भ में भगवान गणेश का पूजन वैदिक विधि विधान से सम्पन्न किया।

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Nov 10, 2024
बूंदी. गोशाला में गोपूजन करते हुए।

बूंदी. गोपाष्टमी के पावन अवसर पर संत ज्योति शंकर शर्मा के सानिध्य में बालचंद पाड़ा स्थित ब्रह्मडेश्वर गोशाला में गोपाष्टमी पर्व से मनाया गया। प्रारम्भ में भगवान गणेश का पूजन वैदिक विधि विधान से सम्पन्न किया। तत्पश्चात वहां उपस्थित सभी को गोभक्तो ने गोमाता का पूजन किया एवं चुनरी ओढ़ाकर गोमाता की परिक्रमा की।

गोपूजन के बाद सभी गौ उपासकों ने गाय को गुड़ की लापसी खिलाकर एवम हरा चारा डालकर गोसेवा की।इस अवसर पर गोमाता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए ज्योति शंकर शर्मा ने बताया कि पद्म पुराण के अनुसार ज्यो व्यक्ति गाय का दूध पीता है उसमें 3 दिन रोगाणुओं से लडऩे की क्षमता उत्पन्न होती है। दही से 10 दिन एवं गाय के घी से एक माह तक रोगाणुओं से लडऩे की क्षमता उत्पन्न हो जाती है। पंचगव्य पर कथा व्यास ऋतुराज शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए।

तालेड़ा.तुलसी में गोपाष्टमी के अवसर पर सीताराम गोशाला में पूजन का कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें पंडितों द्वारा पूजा अर्चना की गई।भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष भंवर लाल शर्मा ने बताया कि गोपाष्टमी के अवसर पर सीताराम गोशाला में शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर गोमाता का विधि विधान से पूजन किया गया, गोमाता को भोग लगाया। इस दौरान महिलाओं ने गो माता का पूजन के बाद कीर्तन किया।
केशवरायपाटन. गोपाष्टमी पर गौ भक्तों व श्रद्धालुओं ने गौ सेवा में उत्साह दिखाया। जगह जगह धूमधाम के साथ गायों को तिलक लगा कर पूजन किया। इस अवसर पर महिलाओं ने गौ पूजन किया। उपखंड की प्रमुख गोशालाओं में गोपाष्टमी पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। लेसरदा गांव के पास स्थित देवनारायण गोशाला में ध्वजारोहण करके हवन किया जाएगा। आचार्य आशीष गौत्तम ने मंत्रोच्चार के साथ आहुतियां दी।
गौ दान कार्यक्रम में बढ़-चढकऱ हिस्सा लिया। कार्यक्रम के बाद प्रसादी वितरण की गई। इसी प्रकार श्री हरि गोशाला में भी गोपूजन कर प्रसादी वितरण की गई।

गोशाला में हुए धार्मिक अनुष्ठान
कापरेन
. श्री नृसिंह गोशाला में गोपाष्टमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर गोशाला में सुबह से श्रद्धालुओं का आना जाना शुरू हो गया और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ धार्मिक अनुष्ठान हुए। गोपाष्टमी पर श्री नृङ्क्षसह गोशाला में गाय के पूजन व अन्य धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं का आवागमन रहा। सुबह विधिवत रूप से रामायण पाठ की पूर्णाहुति हुई, जिसमें श्रद्धालुओं ने भाग लिया और हवन यज्ञ किया गया। मुख्य यजमान ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आहुतियां दी गई और आरती के साथ पूर्णाहुति की गई।धार्मिक कार्यक्रम के तहत दोपहर को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन यज्ञ शुरू हुआ। मंत्रोच्चार के साथ यजमानों ने आहुतियां दी।

गोसेवकों ने गोवंश की सेवा के लिए दान पुण्य किए और पूजा अर्चना की गई। गोशाला में दिनभर भजन कीर्तन चलते रहे और गाय माता के जयकारे लगते रहे, जिससे गोशाला परिसर जयकारों से गूंजता रहा। श्रद्धालुओं ने गोशाला में पहुंच कर गायों का पूजन किया और पौष्टिक आहार करवाया।
सुवासा. कस्बे में गोपाष्टमी पर्व मनाया गया। महिलाओं ने श्री राधा कृष्ण गोशाला में पहुंचकर गौ माता की पूजा अर्चना की, बाद में महिलाओं ने भजन कीर्तन किया।

Published on:
10 Nov 2024 12:38 pm
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