कृषि उपज मंडी में एक लाख धान की बोरी की आवक होते ही मंडी की व्यवस्थाएं बेपटरी होने लग लगती है।
रामगंजबालाजी. कृषि उपज मंडी में एक लाख धान की बोरी की आवक होते ही मंडी की व्यवस्थाएं बेपटरी होने लग लगती है। मंडी में खरीद किए गए माल का रोजाना का रोजाना लदान नहीं होने के चलते यहां पर माल बेचने आने वाले किसानों को अपनी उपज खाली करने के लिए धक्के खाने पड़ते हैं।
कृषि उपज मंडी में शनिवार को मंडी सचिव द्वारा आदेश जारी करके प्लेटफार्म संख्या एक से 6 नंबर तक धान की नीलामी का कार्य शुरू करवाने के लिए ढेर लगाने के लिए किसानों को निर्देश दिए गए थे। उसके बाद में यहां पर कृषि उपज मंडी में मंडी की मुख्य मार्ग की सड़क पर बैंक व सचिव कार्यालय के बाहर की जगह खाली करने के लिए कहा गया था, लेकिन मंडी सचिव के निर्देश के दो दिन बाद भी यहां पर सुरक्षा एजेंसी द्वारा मंडी की व्यवस्थाओं को सुवस्थित करने में कोई रुचि नहीं दिखाई गई। जबकि मंडी सचिव ने व्यवस्थित तरीके से गेहूं और मक्का प्लेटफार्म नंबर 7 पर खाली करने को व अन्य तिलहन व दलहन जिंसों को नवनिर्मित प्लेटफार्म पर खाली करने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन तीन दिन निकल जाने के बावजूद भी मंडी में सुरक्षा एजेंसी द्वारा उक्त कार्य को गति नहीं दी गई।
इसी का नतीजा रहा कर प्लेटफार्म पर धान की बोरियां पड़ी होने के चलते कई किसानों द्वारा 7 नंबर प्लेटफार्म पर कुछ मक्का के ढेरों के यहां पर ही धान के ढेर कर दिए जाने के बाद में यहां पर मक्का गेहूं की तुलाई करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
किसान परेशान
कृषि उपज मंडी में रोजाना खरीद किए जाने वाले माल का रोजाना लदान करवाने की मंडी प्रशासन को आवश्यकता है। यहां पर एक लाख बोरी धान की आवक होने के बाद से यहां पर मंडी में धान नीलामी के बाद तुलाई होने के बाद में सभी प्लेटफार्म पर व्यापारियों की बोरियां पड़ी होने के चलते किसानों को ढेर करने में परेशानी का सामना करना पड़ा।