केशवरायपाटन (बूंदी). पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक बुधवार को प्रधान प्रशांत मीणा की अध्यक्षता में हुई।
केशवरायपाटन (बूंदी). पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक बुधवार को प्रधान प्रशांत मीणा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में बिजली, पानी, सडक़ व गांवों की मूलभूत समस्याओं पर अधिकारियों के टालने वाले व्यवहार पर जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी जताई।
जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों के सामने जो समस्याएं रखी जाती है उनका समाधान नहीं किया जाता है। तीन वर्ष से वही समस्याएं है। अधिकारी जरूर बदल जाते हैं। नया अधिकारी आने पर कहता है मुझे कुछ पता नहीं है। पेयजल समस्या पर चर्चा करते हुए समिति सदस्य महावीर मीणा ने कहा कि गांवों में लोगों के समाने पेयजल संकट गहरा रहा है। दो दर्जन से अधिक गांवों में लोग फ्लोराइडयुक्त पानी पी रहे है।
अधिकारी काम करना नहीं चाहते है। प्रधान मीणा ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को चम्बल नदी से गांवों को जोडऩे के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए है। ग्राम पंचायत गुढ़ा के सरपंच नेनकराम ने आरोप लगाया है कि आबादी विस्तार के भूमि परिर्वतन व पट्टे जारी करने के प्रस्ताव कई बार भेजे, जिन्हे रद्दी की टोकरी में डाल दिया जाता है।
बिजली समस्या पर चर्चा करते हुए ग्राम पंचायत फौलाई के सरपंच सत्यनारायण गौतम ने आरोप लगाया कि गांवों में उपभोक्ताओं के मनमाने बिल जारी किए जा रहे हैं। कोई सुनने वाला नहीं है। अरनेठा सरपंच रमा मालव ने कहा कि गांव के स्वास्थ्य केन्द्र में न तो चिकित्सक है और न ही अन्य कर्मचारी। मोहनपुरा के सरपंच माधोलाल मीणा ने कहा कि मनरेगा के प्रस्ताव पर ध्यान नहीं दिया जाता है। चड़ी सरपंच परसराम मेघवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि सीएडी के अधिकारी तीन साल से क्षतिग्रस्त चड़ी माइनर के नाले को ठीक नहीं करवा पाए हैं।
सबूतों के साथ करें शिकायतें
बैठक में जब सदस्यों व सरपंचों ने अधिकारियों पर समस्याओं पर ध्यान नहीं देने के आरोपों की झड़ी लगाई तो प्रधान प्रशांत मीणा ने कहा कि जनप्रतिनिधि सबूतों के आरोप लगाए। आरोप सही पाए गए तो तुरन्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। विकास अधिकारी रमेश मदान ने कहा कि समस्याओं के प्रस्ताव जो भी आते है उनको पास कर दिया जाता है। मदान ने कहा कि पांच ग्राम पंचायतों में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना के तहत 8 करोड़ के कार्य करवाए जा रहे हैं। तहसीलदार रामदेव बैरवा ने कहा कि पटवारियों की कमी होने से ग्राम पंचायतों के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। चिकित्सक नियाज मोहम्मद ने मौसमी बीमारियों की जानकारी दी।