बूंदी

कई जगह से उखड़ रही स्टेट हाइवे सड़क, वाहन हो रहे क्षतिग्रस्त, यात्री परेशान

शहर से होकर रोटेदा चंबल नदी तक जाने वाली और कोटा जिले की सीमा को जोड़ने वाली स्टेट हाइवे 37ए सड़क रोटेदा से कोटा जिले के मंडावरा तक उखड़ी हुई है

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May 01, 2025
कापरेन. रोटेदा चबल नदी पुलिया की सीसी सड़क पर पड़े गड्ढे और उखड़ रही सड़क।

कापरेन. शहर से होकर रोटेदा चंबल नदी तक जाने वाली और कोटा जिले की सीमा को जोड़ने वाली स्टेट हाइवे 37ए सड़क रोटेदा से कोटा जिले के मंडावरा तक उखड़ी हुई है और जगह-जगह गहरे गड्ढे पड़े हुए हैं, जिससे राहगीरों एवं वाहन चालकों का आवागमन मुश्किल हो रहा है। वहीं रोटेदा में चंबल नदी पर बनी पुलिया की सीसी सड़क पर गहरे गड्ढे होने से हादसे का डर बना रहता है।

ग्रामीणों ने सड़क की मरम्मत करवाने, पुलिया की क्षतिग्रस्त सीसी सड़क पर मरम्मत कार्य करवाने की मांग की है। कांग्रेस रोटेदा ब्लॉक अध्यक्ष प्रहलाद गोचर, कांग्रेस नेता प्रवीण पाटौदी ने बताया कि स्टेट हाइवे 37 ए रोटेदा कस्बे से होकर चंबल नदी तक और कोटा जिले की सीमा में होकर गुजर रही है। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले तक सड़क का जुड़ाव होने और शॉर्टकट होने से रात दिन वाहनों का आवागमन बना रहता है।

रोटेदा कस्बे के बाद से सड़क उखड़ चुकी है और सड़क पर गिट्टी फैली हुई है, जिससे दुपहिया वाहनों के फिसलने और दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है। प्रवीण पाटौदी ने बताया कि चंबल नदी में बारिश के दौरान उफान आने और नदी का पानी पुलिया पर ओवरलो होने से तेज बहाव के चलते पुलिया पर बनी सीसी सड़क पर गहरे गड्ढे पड़े हुए हैं, जिनकी आठ माह बाद भी मरम्मत नहीं हुई है। रात्रि को अंधेरे में वाहन चालकों को गड्ढे नजर नहीं आने पर गिरने और बड़ा हादसा होने का डर बना रहता है।

गड्ढे में दुपहिया वाहन चालकों के गिरने से कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी है। प्रशासन को अवगत कराया जाने के बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं पुलिया से रोटेदा तक करीब तीन किमी तक डामर सड़क के उखड़ जाने से गिट्टी फैली हुई है। वाहनों के साथ धूल मिट्टी उड़ने से आवागमन मुश्किल भरा हो गया है। ग्रामीणों ने पुलिया पर बनी सीसी सड़क की मरम्मत करवाने और पुलिया से रोटेदा तक कि सड़क को नया बनवाने की मांग की है।

दिन रात गुजरते हैं अवैध बजरी भरे वाहन
ग्रामीणों का कहना है कि रोटेदा चंबल नदी पर अवैध बजरी खनन, मिट्टी खनन का कारोबार दिन रात चलता है। चंबल नदी क्षेत्र में खनन करने वाले इसी सड़क मार्ग से आते जाते हैं। अवैध बजरी, पत्थर और मिट्टी से भरे ट्रेक्टर ट्रॉली, डंपर आदि लोडिंग वाहन क्षमता से अधिक भरकर चलते हैं। रात दिन काफी संख्या में अवैध बजरी, मिट्टी और पत्थर से भरे वाहनों का आवागमन होने से सड़क उखड़ मरम्मत होने के बावजूद जल्दी उखड़ जाती है।

तेज गति से गुजरने वाले अवैध वाहनों से गांव में दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। ग्रामीण कई बार हादसे का शिकार हो चुके हैं। इसके बावजूद प्रशासन इन पर पाबंदी लगाने में नाकाम रहा है, जिससे ग्रामीणों को एवं आमजन वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने अवैध बजरी, पत्थर व मिट्टी भरकर गुजरने वाले वाहनों पर पाबंदी लगाने, सड़क की मरम्मत करवाने की मांग की है।

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