बूंदी

सात साल से नहीं बना ढगारिया नहर मार्ग, किसानों की बढ़ी मुसीबत

क्षेत्र के छप्पनपुरा, डगारिया, रेबारपुरा, पापड़ली, खोता, लक्ष्मीपुर और पचीपला गांवों को जोड़ने वाला डगारिया नहर मार्ग इन दिनों बदहाल स्थिति में है।

less than 1 minute read
Nov 07, 2025
लबान. कीचड़ में तब्दील सड़क।

लबान. क्षेत्र के छप्पनपुरा, डगारिया, रेबारपुरा, पापड़ली, खोता, लक्ष्मीपुर और पचीपला गांवों को जोड़ने वाला डगारिया नहर मार्ग इन दिनों बदहाल स्थिति में है।

सात वर्षों से इस सड़क पर ग्रेवल नहीं डाला गया, जिससे सड़क उखड़कर गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। सड़क की खराब हालत के कारण लगभग 3000 बीघा जमीन के किसान फसलों को खेतों से बाहर निकालने में परेशान हैं। क्षेत्र के 80 किसानों की आजीविका इस मार्ग पर निर्भर है, लेकिन सड़क की दुर्दशा से किसानों को अपनी उपज घर तक लाने में परेशानी से गुजरना पड़ रहा है। छप्पनपुरा निवासी गिरिराज मीणा, ढगारिया के विष्णु कुमार, रेबारपुरा के सुरेश रायका, पापड़ली के भंवरसिंह, और खोता के लेखराज सैनी ने बताया कि रास्ता इतना खराब है कि ट्रैक्टर या ट्रॉली तक निकलना मुश्किल हो गया है।

बरसात के बाद जगह-जगह कीचड़ और गहरे गड्ढों से यह मार्ग खतरनाक बन चुका है। कई बार उपज से भरी ट्रॉली गड्ढों के कारण पलटने से किसानों की मेहनत पर पानी फिरने की आशंका बनी रहती है। ग्रामीणों ने बताया कि वे कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को इस समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। किसानों का कहना है कि अगर जल्द ही ग्रेवल निर्माण नहीं कराया गया तो फसलों को मंडी तक पहुंचाना भी चुनौती बन जाएगा। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि डगारिया नहर मार्ग पर शीघ्र ग्रेवल निर्माण कार्य शुरू कराया जाए, ताकि किसानों को राहत मिल सके और ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा हो।

यह मार्ग क्षेत्र के कई गांवों को जोड़ने के साथ सैकड़ों किसानों के खेतों में आवाजाही का एक मात्र रास्ता है। प्रशासन को प्राथमिकता से यहां सड़क निर्माण करवाना चाहिए। सीएडी व सम्बंधित विभाग को प्रस्ताव भिजवा रखे है।
केसी वर्मा, जिला परिषद सदस्य

Also Read
View All

अगली खबर