गुढ़ा बांध की नहरों में रबी की फसल में सिंचाई के लिए जल प्रवाह को लेकर जल उपभोक्ता संगम के अध्यक्षों की बैठक सोमवार को जल संसाधन विभाग कार्यालय में आयोजित की गई।
हिण्डोली. गुढ़ा बांध की नहरों में रबी की फसल में सिंचाई के लिए जल प्रवाह को लेकर जल उपभोक्ता संगम के अध्यक्षों की बैठक सोमवार को जल संसाधन विभाग कार्यालय में आयोजित की गई।
जल संसाधन विभाग कार्यालय में आयोजित बैठक 19 में से में 10 संगमों के अध्यक्ष शामिल हुए। अध्यक्षों ने सबसे पहले गुढा बांध की नहरों की पूरी सफाई नहीं होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जब तक नहरों की सफाई नहीं होगी, तब तक नहरों में जल प्रवाह नहीं किया जाए। गुढ़ा बांध अध्यक्ष शिवराम गुर्जर ने बताया कि नहरों की दशा खराब है। नहरों में झाड़ झंकार उगे हैं। क्षतिग्रस्त पड़ी है। गुर्जर ने बांध से सिल्ट निकालने की मांग की है। बैठक में अध्यक्ष प्रहलाद गुर्जर, बलभद्र सिंह, ने भी नहरों की सफाई नहीं होने पर नाराजगी जताई। बाद में सभी ने प्रस्ताव लिया की पांच दिसंबर को गुढ़ा बांध की नहरों में जल प्रवाह किया जाएगा।
तीन चरणों में मिलेगा पानी
इस बार गुढ़ा बांध लबालब है। किसानों को रबी की फसल में तीन बार पानी मिलेगा। प्रथम पानी दिसंबर से जनवरी के प्रथम सप्ताह तक, दूसरी बार जनवरी मध्य से फरवरी तक, तीसरा पानी फसल पकने तक चलेगा।
यहां हुई बैठक में अध्यक्षों के साथ 5 दिसंबर को तीनों नहरों में जल प्रवाह को लेकर सहमति बनी है। उन्होंने बताया कि जहां तक संभव है महात्मा गांधी नरेगा से नहरों की साफ सफाई करवाई जा रही है। जहां अधिक परेशानी है वहां जेसीबी लगाकर कार्य करवाया जा रहा है। बजट का अभाव होने से कुछ समस्या आ रही है।
प्रदीप कसाणा, सहायक अभियंता, जन संसाधन विभाग