बुरहानपुर

विश्व की सबसे बड़ी ताप्ती बेसिन मेगा रिचार्ज परियोजना बेहद खास, दो राज्यों के गांवों को होगा फायदा

MP News: ताप्ती बेसिन मेगा रिचार्ज परियोजना एमओयू होने के बाद विधायक अर्चना चिटनीस ने ग्राम पंचायत तांदली के लिंगा गांव पहुंचकर ताप्ती नदी को किया नमन। विश्व की इस सबसे बड़ी परियोजना से मध्य प्रदेश समेत महाराष्ट्र के की गांवों को फायदा होगा, जलसंकट दूर होगा...

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MP News Tapi Besin graoundwater rechage mega project

MP News: विश्व की सबसे बड़ी ग्राउंड वाटर रिचार्ज परियोजना ताप्ती बेसिन मेगा को लेकर मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र सरकार के बीच एमओयू होने के बाद मंगलवार को बुरहानपुर पहुंचे महाराष्ट्र के अफसरों ने इसकी विशेषताएं गिनाई। 6 किमी बजाड़ा जोन एक प्राकृतिक फॉल्ट है, जहां पानी डालने के बाद कभी वापस नहीं आता बल्कि, जमीन में ही रिचार्ज होकर आसपास में फैलता है, इस बजाड़ा जोन को वैज्ञानिकों ने 35 साल की रिसर्च के बाद खोज निकाला था।

विधायक अर्चना चिटनीस ने ताप्ती नदी को किया नमन

ताप्ती बेसिन मेगा रिचार्ज परियोजना एमओयू होने के बाद विधायक अर्चना चिटनीस ने ग्राम पंचायत तांदली के लिंगा गांव पहुंचकर ताप्ती नदी को नमन किया। क्योंकि इस गांव में ही योजना के संबंध में उन्हें ताप्ती पाटबंधारे विकास महामंडल महाराष्ट्र के अधिकारियों ने पहली बार प्राथमिक जानकारी दी थी।

35 साल की रिसर्च के बाद वैज्ञानिकों ने खोजा था बजाडा जोन

विधायक ने कहा कि 35 वर्ष तक भूवैज्ञानिक कभी ताप्ती कछार के बजाडा जोन तो कभी सतपुड़ा की तलहटी में जल रिसाव पर प्रयोग कर खोज निकाला। जल प्रबंधन की दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम है। वर्षों से जलसंकट झेल रहे क्षेत्रों को नई उमीद मिली। तकनीकी विशेषज्ञ एवं पूर्व सूचना राज्य आयुक्त वीडी पाटिल, ताप्ती कार्पोरेशन जलगांव महाराष्ट्र के कार्यपालन यंत्री उत्तम दाभड़े, जलगांव के अधीक्षक यंत्री यशवंतराव बडाने, वेबकाप्स के मुकेश चौहान ने योजना की विशेषता को विस्तार से समझाया।

20 लाख करोड़ की राशि होगी खर्च

परियोजना में महाराष्ट्र के धारणी से ताप्ती नदी के दोनों कछार से नहरें बनेंगी। 273 किलोमीटर लंबी नहर का निर्माण होने के साथ 11.76 क्यूबिक मीटर जल का पुनर्भरण रिचार्ज किया जाएगा। योजना से मध्यप्रदेश के 1,23,082 हेक्टेयर क्षेत्र में एवं महाराष्ट्र के 2,34,706 हेक्टेयर में सिंचाई प्रस्तावित है। दोनों ओर नहरों के माध्यम से पानी को बजाड़ा जोन तक पहुंचाया जाएगा। एक लाख करोड़ लीटर 30 टीएमसी पानी का हर वर्ष पुनर्भरण होना हैं। हजारों हेक्टेयर भूमि की सिंचाई से लाभ होगा।

इन जिलों को फायदा

परियोजना से प्रदेश के बुरहानपुर एवं खंडवा के साथ महाराष्ट्र के जलगांव, बुलढाणा, अकोला और अमरावती जिले के क्षेत्र शामिल है। इस योजना की अनुमानित लागत 19 हजार करोड़ है। ताप्ती तट पर नहर प्रथम चरण खरिया गुटीघाट वियर के बाएं तट से 135.64 किलोमीटर तक प्रस्तावित है जो मध्यप्रदेश में 100.42 किलोमीटर बनेगी। इस नहर से मध्यप्रदेश के 44 हज़ार 993 हेक्टर क्षेत्र में सिंचाई होगी। बाई तट नहर द्वितीय चरण 90.89 किमी से 14 किमी लंबी टनल से प्रवाहित होगी। इसकी लंबाई 123.97 किलोमीटर होगी ,जिससे महाराष्ट्र के 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई प्रस्तावित है।


Published on:
15 May 2025 02:36 pm
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