Asian Paints Share: कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से पेंट्स कंपनियों के लिए कच्चा माल सस्ता हो गया है। इसका सीधा फायदा एशियन पेंट्स को भी मिल रहा है।
देश की सबसे बड़ी पेंट कंपनी एशियन पेंट्स (Asian Paints) के शेयर आज चर्चा में हैं। इसके 1-2 नहीं, बल्कि कई कारण हैं। एशियन पेंट्स की सबसे बड़ी कंपटीटर आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) की पेंट कंपनी बिड़ला ओपस (Birla Opus) में बड़े बदलाव हुए हैं। बिड़ला ओपस ने बताया है कि उसके चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) रक्षित हर्गेव (Rakshit Hargave) ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। वो 15 दिसंबर से ब्रिटानिया में CEO के रूप में कामकाज संभालेंगे।
साथ ही, कच्चे तेल की कीमतें भी दो हफ्ते के निचले स्तर पर हैं, क्योंकि अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में वीकली बेसिस पर 50 लाख बैरल की बढ़ोतरी हुई है, जो जुलाई के बाद से सबसे बड़ी बढ़ोतरी है। कच्चे तेल की कीमतों में कमी किसी भी पेंट कंपनी के लिए पॉजिटिव है, क्योंकि क्रूड ऑयल पेंट कंपनी के लिए प्रमुख रॉ मैटेरियल होता है। कीमतें कम होने से एशियन पेंट्स की लागत में कमी आने की उम्मीद है।
इसके अलावा, इंडेक्स सर्विस प्रोवाइडर MSCI ने अपने इंडिया स्टैंडर्ड और स्मॉलकैप इंडेक्स में बदलावों का ऐलान किया है। MSCI इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स में चार स्टॉक शामिल किए गए हैं, जबकि दो को हटा दिया गया है। MSCI ने यह भी बताया है कि हटाए गए और शामिल किए गए शेयरों के अलावा, 8 स्टॉक ऐसे भी हैं जिनके वेटेज में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, जिसमें एशियन पेंट्स भी शामिल है। नुवामा की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे 95 मिलियन डॉलर का इनफ्लो देखने को मिल सकता है।
एशियन पेंट्स के नतीजों पर भी बाजार की नजरें टिकी हैं। कंपनी बुधवार, 12 नवंबर को सितंबर तिमाही के अपने नतीजों की घोषणा करेगी। इस बैठक के दौरान, बोर्ड शेयरधारकों के लिए अंतरिम डिविडेंड पर भी विचार करेगा।
बुधवार को एशियन पेंट्स के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। कारोबारी सत्र के दौरान शेयर बीएसई पर 4.62 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 2602 रुपये पर ट्रेड करता दिखा। कारोबारी सत्र के दौरान यह 2630 रुपये तक पहुंच गया।
(डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी मात्र है। यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमभरा होता है। कहीं भी पैसा लगाने से पहले अपने निवेश सलाहकार से परामर्श लें।)