Personal Finance: एक यूजर ने रेडिट पर पोस्ट किया है कि बच्चे नहीं करना एक बेस्ट मेंटल और फाइनेंशियल हेल्थ डिसीजन है। यह पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर काफी वायरल हो रही है।
बच्चे पैदा नहीं करना क्या बेस्ट फाइनेंशियल और मेंटल हेल्थ डिसीजन है? सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर इस टाइटल के साथ एक पोस्ट काफी वायरल हो रही है। रेडिट यूजर (Own-Mud5321) ने इस विषय पर एक थ्रेड पोस्ट किया है। यह यूजर एक 31 साल का अविवाहित व्यक्ति है। यूजर का मानना है कि बच्चे आपकी मेंटल और फाइनेंशियल हेल्थ को काफी प्रभावित करते हैं। यूजर के अनुसार, बच्चा आपके द्वारा जीवन में की गई सारी आर्थिक प्रगति को सालों पीछे धकेल देता है।
रेडिट यूजर ने पोस्ट में लिखा, "यह थोड़ा विवादास्पद लग सकता है, लेकिन मैं वही कह रहा हूं जो मैं महसूस कर रहा हूं। एक अविवाहित 31 साल के पुरुष के रूप में, मुझे लगता है कि ज़्यादातर कपल्स बच्चे पैदा करने का फैसला नहीं करते- उनके बस बच्चे हो जाते हैं। ज़्यादा से ज़्यादा वे यह योजना बनाते हैं कि 'कब' बच्चे पैदा करने हैं, लेकिन इस बारे में नहीं सोचते कि 'क्या' हमें बच्चे पैदा करने चाहिए।"
"लोग सोचते हैं कि शादी के बाद यह बस अगला "एक्सपेक्टेड" स्टेप है। जैसे 7वीं कक्षा के बाद 8वीं कक्षा में जाना होता है, जिसके बारे में कोई योजना या विचार नहीं होता। बच्चे से मानसिक, खासकर आर्थिक रूप से जो परेशानी होती है, उसे बहुत कम आंका जाता है और यह आपके जीवन में की गई सारी आर्थिक प्रगति को सालों पीछे धकेल देता है। बच्चा पैदा करना बहुत महंगा है।"
रेडिट यूजर ने आगे लिखा, "एक अच्छा स्कूल-कॉलेज, चिकित्सा, भोजन, कपड़े और अन्य एक्स्ट्रा करिकुलर खर्चों सहित, शहरी भारत में एक बच्चे को अच्छे से पालने में 18-20 सालों में करोड़ों का खर्च आता है। अगर बच्चे नहीं होते, तो आप उस पैसे से क्या-क्या कर सकते थे, जरा सोचिए!"
"लेकिन यह सिर्फ पैसे की बात नहीं है। कोई भी इस तरह की जीवनशैली क्यों चुनना चाहेगा? उदाहरण के लिए, आज वीकेंड है और मैं अपनी सोसाइटी में पेरेंट्स को देर तक सोते हुए नहीं, बल्कि अपने बच्चों को डांस/कराटे/स्विमिंग जैसी क्लासेस में ले जाते हुए देखता हूं। मेरे शादीशुदा दोस्त स्कूलों, दाखिले की तारीखों और किताबों के बारे में चर्चा कर रहे हैं। वे बढ़ती फीस के बारे में शिकायत कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि हमने अभी-अभी अपनी स्कूल/कॉलेज की पढ़ाई खत्म की है और मैं कल्पना नहीं कर सकता कि कोई भी इसे फिर से कैसे जीना चाहेगा।"
"कई बार डॉक्टर के पास जाना, कपड़े, खिलौने खरीदना, बच्चों का रोना, चिल्लाना आदि के बारे में तो मैं बात भी नहीं करूँगा। मैं सोचता हूं कि कितने माता-पिता ऐसे होंगे, जो बच्चे पैदा करने का पछतावा करते हैं, भले ही वे यह बात किसी के साथ शेयर न कर सकते हों। मुझे यह भी लगता है कि जब लोग कहते हैं कि मां बनना एक महिला के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है, तो यह प्रतिगामी (regressive) सोच है। माताओं को काफी ऊंची पदवी दी जाती है और उनसे बच्चों/परिवार के लिए पूरी तरह से नेक और आत्म-बलिदानी होने की उम्मीद की जाती है। जबकि बदले में वे कुछ भी मिलने की उम्मीद नहीं करती हैं। मेरा मकसद पेरेंट्स बनने को नीचा दिखाना नहीं है, बल्कि यह सिर्फ सिंगल या बिना बच्चों वाले कपल्स को यह याद दिलाना है कि पेरेंट्स बनना अनिवार्य नहीं है। अगर आप इससे बाहर रहना चाहते हैं और कहते हैं, "वह लाइफ मेरे लिए नहीं है," तो यह पूरी तरह से ठीक है।"
"किसी को बच्चे तभी पैदा करने चाहिए जब उनमें पालन-पोषण और सुरक्षा के लिए सच्ची पितृ या मातृत्व की भावना हो। इसलिए नहीं कि माता-पिता/समाज उनसे इसकी अपेक्षा करते हैं, या इसलिए कि वे आपके बुढ़ापे के लिए एक इन्वेस्टमेंट हैं।"
एक यूजर NoMedicine3572 ने इस पोस्ट पर कमेंट किया, "आजकल, ज़्यादा लोग बच्चे पैदा न करने का विकल्प चुन रहे हैं। जीवन महंगा होता जा रहा है, काम में ज़्यादातर समय चला जाता है और सपोर्ट के लिए शायद ही कोई होता है। अपना घर खरीदना भी पहुंच से बाहर लगता है और कई लोगों को यह दुनिया ऐसी जगह नहीं लगती, जहां वे एक बच्चे को पालना चाहें।"
"blackandlavender" नाम के एक यूजर ने कहा, "दो बच्चों की मां होने के नाते, मैं सहमत हूं। इसलिए नहीं कि मुझे बच्चे पैदा करने का पछतावा है (इस पर टिप्पणी करने में अभी बहुत समय लगेगा), बल्कि इसलिए कि यह वास्तव में एक बिना सराहना वाला और काफी थका देने वाला काम है। मैं मानती हूं कि बच्चे न होना एक पूरी तरह से वैध और समझ में आने वाला विकल्प है। और हां, ज़्यादातर लोग बच्चे इसलिए पैदा करते हैं, क्योंकि वे परंपरावादी होते हैं (यह बात मुझ पर भी लागू होती है)।"
एक अन्य यूजर ‘pressing_o’ ने कहा, "मैं सहमत हूं कि कुछ लोग माता-पिता बनने के योग्य नहीं होते और योग्यता के लिए एक तरह की प्रवेश परीक्षा होनी चाहिए। आपसे उम्र में काफी बड़ा और एक चाइल्ड-फ्री व्यक्ति होने के नाते, मैं कहूँगा कि जीवन में सब कुछ फाइनेंशियल डिसिजन नहीं हो सकता। आप एक बैंक खाता नहीं हैं और आप अपने पोर्टफोलियो को नहीं बढ़ा सकते। आप अपने शेयरों को समाज में सार्थक योगदान देना नहीं सिखा सकते। आपके शेयर आपसे बिना शर्त प्यार नहीं करेंगे और आप अपने म्यूचुअल फंड के लिए अपनी जान देने को तैयार नहीं होंगे।"