EPFO 3.0: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) जल्द ही बड़े बदलावों के साथ EPFO 3.0 की तैयारी कर रहा है। यह जानकारी केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में दी। आइए जानते है पूरी खबर।
EPFO 3.0: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) जल्द ही बड़े बदलावों के साथ EPFO 3.0 की तैयारी कर रहा है। यह जानकारी केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में दी। उन्होंने बताया कि EPFO 3.0 का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को बेहतर डिजिटल सेवाएं और बैंकिंग-स्तर का अनुभव देना है। यह नई व्यवस्था मार्च 2025 से लागू होने की उम्मीद है, जिससे पीएफ निकासी और अन्य सेवाएं पहले से अधिक सरल और तेज होंगी।
मनसुख मंडाविया ने कहा कि EPFO का मुख्य फोकस कर्मचारियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से आसान और सुरक्षित सेवाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा, जिन लोगों की सैलरी 15 हजार रुपये से कम होती है, वे ईपीएफओ के दायरे में आते हैं। उनकी सैलरी से कटे हुए पैसे ईपीएफओ मैनेज करता है, लेकिन कई बार पोर्टल संबंधी समस्याओं के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ईपीएफओ 3.0 के तहत इन समस्याओं को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए बैंकिंग-स्तर की सुविधाएं लागू की जाएंगी। इसमें पीएफ अकाउंट होल्डर्स को पैसा निकालने, गलतियों को सुधारने और अकाउंट चेक करने में कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मार्च 2025 तक सभी शिकायतों का 100 फीसदी निपटारा करने की कोशिश की जा रही है।
EPFO 3.0 में सबसे बड़ा बदलाव ATM के माध्यम से पीएफ निकासी की सुविधा है। सरकार इस पर तेजी से काम कर रही है। अनुमान है कि जून 2025 तक प्रोविडेंट फंड (PF) अकाउंट होल्डर्स को यह सुविधा मिल सकती है। हालांकि, एटीएम से निकासी की सीमा अभी तय नहीं हुई है, लेकिन इसके लिए एक लिमिट निर्धारित की जा सकती है। ईपीएफओ की अतिरिक्त केंद्रीय पीएफ आयुक्त सुमिता डावरा ने कहा कि एटीएम से पीएफ निकासी की सुविधा के लिए ईपीएफओ का आईटी सिस्टम मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा, हम आईटी सिस्टम को बैंकिंग के स्तर तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि मेंबर्स को एक सहज अनुभव मिल सके।
ईपीएफओ में पहले ही कई सुधार किए जा चुके हैं, जैसे- ऑनलाइन क्लेम की सुविधा और सेल्फ क्लेम प्रक्रिया। EPFO 3.0 इन सुविधाओं को और भी बेहतर बनाएगा। इसके तहत क्लेम प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल और तेज करने की योजना है ताकि मेंबर्स को अपने पैसों के लिए लंबे समय तक इंतजार न करना पड़े।
ईपीएफओ 3.0 के तहत एडवांस टेक्नोलॉजी अपनाई जा रही है। सरकार पीएफ निकासी की अनावश्यक प्रक्रियाओं को समाप्त करने पर जोर दे रही है। मंडाविया ने कहा कि जनवरी 2025 से कर्मचारियों को नए बदलाव देखने को मिल सकते हैं। ईपीएफओ के आईटी 2.1 संस्करण के लागू होने के बाद एटीएम से पीएफ निकासी की सुविधा मिलने लगेगी। इसके अलावा डिजिटल सेवाओं में कई अन्य सुधार किए जाएंगे, जिससे पीएफ अकाउंट को मैनेज करना और भी आसान हो जाएगा।
EPFO के मौजूदा नियमों के अनुसार कर्मचारी नौकरी के दौरान अपने पीएफ का पूरा पैसा नहीं निकाल सकते हैं। हालांकि, कुछ विशेष स्थितियों में आंशिक निकासी की सुविधा उपलब्ध है।
बेरोजगारी पर निकासी: यदि कोई कर्मचारी एक महीने तक बेरोजगार रहता है, तो वह अपने पीएफ फंड का 75 फीसदी हिस्सा निकाल सकता है।
दो महीने की बेरोजगारी: दो महीने तक बेरोजगारी की स्थिति में पीएफ फंड का पूरा पैसा निकाला जा सकता है।
ईपीएफओ के मौजूदा सिस्टम में कई खामियां हैं, जैसे पोर्टल की धीमी गति और शिकायतों का समय पर निपटारा न होना। EPFO 2.0 के तहत पिछले एक साल में शिकायतों में 50 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। हालांकि, EPFO 3.0 के आने से यह सिस्टम पूरी तरह से डिजिटल, सुरक्षित और मजबूत हो जाएगा। इसके अलावा, ATM के माध्यम से पीएफ निकासी की सुविधा से कर्मचारियों को राहत मिलेगी। उन्हें फंड निकालने के लिए लंबी प्रक्रियाओं से नहीं गुजरना पड़ेगा।
डिजिटल सुविधाएं: पीएफ अकाउंट मैनेज करना आसान होगा।
तेजी से निकासी: एटीएम के जरिए तत्काल निकासी की सुविधा।
100% शिकायत निपटारा: मार्च 2025 तक सभी शिकायतों को हल करने का लक्ष्य।
गलतियों का सुधार: डिजिटल प्लेटफॉर्म से सुधार करना आसान होगा।