एक करोड़ रुपए के फंड का लक्ष्य पाना आसान नहीं है। लेकिन समय के साथ और चक्रवृद्धि ब्याज की ताकत के साथ, आप इस वित्तीय चुनौती को प्राप्त कर सकते हैं। इस बजत के साथ आपको उम्र के उस पड़ाव में किसी पर गुजर-बसर के लिए आश्रित नहीं रहना पड़ेगा।
एक करोड़ रुपए के फंड का लक्ष्य पाना आसान नहीं है। लेकिन समय के साथ और चक्रवृद्धि ब्याज की ताकत के साथ, आप इस वित्तीय चुनौती को प्राप्त कर सकते हैं। इस बजत के साथ आपको उम्र के उस पड़ाव में किसी पर गुजर-बसर के लिए आश्रित नहीं रहना पड़ेगा। इसके लिए जरूरी है सही जगह पर निवेश करने की। इसके लिए सिस्टामैटिक इंवेस्टमेंट प्लान यानी SIP अपनाना बेहतर विकल्प है। इससे एक बड़ा कोष तैयार हो जाएगा जो एक आरामदायक रिटायरमेंट सुनिश्चित करता है।
फंड्सइंडिया की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, यदि आप हर साल 10% वार्षिक योगदान वृद्धि के साथ 30,000 रुपए प्रति माह निवेश करते हैं, तो आप 12% की अनुमानित दर पर 7 वर्षों में अपना पहला 50 लाख रुपए का फंड प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, दूसरे 50 लाख रुपये के लिए केवल आधा समय, यानी सिर्फ 3 साल और तीसरे 50 लाख रुपए के लिए सिर्फ 2 साल लगते हैं।
इस तरह पहले एक करोड़ रुपए प्राप्त करने में 10 साल लगते हैं। 4 साल और जोड़ने पर दूसरे 1 करोड़ रुपए के लिए लगने वाला समय आधा हो जाएगा, बशर्ते आप निवेश करते रहें। तीसरा 1 करोड़ रुपये सिर्फ 2 साल में हासिल किया जा सकता है। ऐसा चक्रवृद्धि ब्याज और हर साल अपना योगदान बढ़ाने की वजह से संभव हो सकता है।
इसके साथ ही 19वें साल तक, आप 5 करोड़ रुपये का कोष जमा कर सकते हैं, जिसमें से आखिरी 50 लाख रुपए सिर्फ और सिर्फ 8 महीने में पा लेंगे। उपरोक्त बातों से यह स्पष्ट है कि 19 साल में 5 करोड़ रुपये का लक्ष्य हासिल करने में मुख्य रूप से तीन चीजें मदद करती हैं। वो है पहला अनुशासित निवेश, दूसरा बढ़ता हुआ योगदान और चक्रवृद्धि ब्याज की शक्ति।