GST Council Meeting: अगले हफ्ते 3-4 सितंबर को जीएसटी काउंसिल की बैठक होने वाली है। इस बैठक में कई उत्पादों पर जीएसटी को घटाने का फैसला हो सकता है।
जीएसटी स्लैब को 4 से घटाकर दो करने और उत्पादों पर लगने वाले टैक्स में कटौती को लेकर जीएसटी काउंसिल की बैठक 3-4 सितंबर को होगी। इस बीच रेट कटौती को लेकर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (जीओएम) ने अपनी सिफारिशें जीएसटी काउंसिल का सौंप दी हैं, जो इस पर अंतिम फैसला लेगी। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, जीओएम में सेस हटाने को लेकर आम राय नहीं बनी है। कुछ राज्य सेस की जगह एडिशनल ड्यूटी लगाने के पक्ष में हैं। कुछ राज्य नई जीएसटी दर लगाने के पक्ष में हैं।
जीएसटी काउंसिल छात्रों और आम लोगों को बड़ी राहत दे सकता है। शून्य जीएसटी के दायरे में दूध-पनीर, रोटी-पराठा, पिज्जा, ब्रेड सहित कई खाद्य उत्पादों को रखने की सिफारिश जीओएम ने की है। इसके साथ ही पेंसिल, इरेजर, मैप-एटलस जैसे शैक्षणिक उत्पादों पर भी जीरो जीएसटी का प्रस्ताव है, जिनपर अभी 5% से 12% तक जीएसटी है। सरकार के इस कदम से आम लोगों को सीधा फायदा मिलेगा, क्योंकि इससे बच्चों की पढ़ाई का खर्च नीचे आएगा।
जीओएम ने कई मेडिकल प्रोडक्ट्स पर टैक्स कम करने का सुझाव दिया है। सूत्रों के मुताबिक, दुर्लभ बीमारियों की दवाओं पर जीएसटी 5% से हटाकर शून्य करने का प्रस्ताव है। 30 से अधिक कैंसर की दवाओं पर जीएसटी 12% से हटाकर शून्य किया जा सकता है। मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन, भाप, आयोडीन, पोटैशियम आयोडेट पर जीएसटी 12% से घटाकर 5% करने का सुझाव है।
बैंडेज पर जीएसटी 12% से घटाकर 5%, सर्जिकल रबर, दस्ताने, डायग्नोस्टिक किट, ब्लड ग्लूकोज मॉनिटरिंग सिस्टम, टेस्ट स्ट्रिप्स, एक्स-रे उपकरणों, चश्मे और गॉगल्स पर जीएसटी 12% से घटाकर 5% करने का प्रस्ताव है। थर्मामीटर, सर्जिकल उपकरणों पर जीएसटी 18% से घटाकर 5% किया जा सकता है।
कृषि उत्पादों, फर्टिलाइजर एसिड और बायो-पेस्टिसाइड्स पर जीएसटी घटाकर 5% करने का प्रस्ताव है, जो वर्तमान में 18 फीसदी और 12 फीसदी है। रेडीमेड कपड़ों पर 5% जीएसटी की सीमा 1000 रुपए से बढ़ाकर 2500 रुपए और 2500 रुपए से ऊपर के रेडीमेड गारमेंट्स पर वर्तमान के 12% के बदले 18% किया जा सकता है। इसी तरह किचन वेयर, सोलर कूकर हीटर जैसे रिन्यूएबल उत्पादों पर जीएसटी 12% से घटाकर 5% करने का प्रस्ताव है। खाने-पीने की चीजों में मक्खन, घी, डेयरी स्प्रेड, सूखे मेवे, कंडेन्स्ड मिल्क, जैम, फ्रूट जेली, नमकीन भुजिया, जूस, फल का पल्प पर जीएसटी 12% से घटाकर 5% किया जा सकता है। वहीं, 18% स्लैब में आने वाले आइसक्रीम, पेस्ट्री, पानी की बॉटल आदि पर भी 5% जीएसटी का प्रस्ताव है।