Investment Tips: एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) एक ऐसा तरीका है जिससे कोई भी व्यक्ति हर महीने कुछ सौ या हजार रुपए म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकता है। इसकी सबसे बड़ी ताकत है-चक्रवृद्धि ब्याज।
Smart Investment Tips: आज का मध्यम वर्ग सिर्फ रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने में ही नहीं, बल्कि भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में भी सोचने लगा है। महंगाई, शिक्षा के बढ़ते खर्च और रिटायरमेंट की चिंता ने यह सोचने पर मजबूर किया है कि या कोई साधारण परिवार करोड़पति बन सकता है? जवाब है - हां, बिल्कुल अगर निवेश की योजना समझदारी से बनाई जाए और नियमित अनुशासन अपनाया जाए, तो यह सपना साकार हो सकता है। आइए जानते है फाइनेंशियल एक्सपर्ट रिशांत सेठी के इन्वेस्टमेंट टिप्स…
एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) एक ऐसा तरीका है जिससे कोई भी व्यक्ति हर महीने कुछ सौ या हजार रुपए म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकता है। इसकी सबसे बड़ी ताकत है-चक्रवृद्धि ब्याज। यदि कोई व्यक्ति हर महीने 5,000 का निवेश करता है और उसे औसतन 12 प्रतिशत सालाना रिटर्न मिलता है, तो 25 वर्षों में यह रकम 1 करोड़ के करीब पहुंच सकती है। यह निवेश की दुनिया का एक सुनहरा सिद्धांत है। जितनी जल्दी शुरुआत, उतना बड़ा फायदा और इसमें किसी बड़ी पूंजी की जरूरत नहीं होती, सिर्फ निरंतरता होनी चाहिए।
म्यूचुअल फंड ऐसे निवेश फंड होते हैं, जिनमें आपके पैसे को विशेषज्ञों द्वारा अलग-अलग कंपनियों के शेयरों, बॉन्ड्स या सरकारी योजनाओं में लगाया जाता है। इसका फायदा यह है कि जोखिम विभाजित होता है और निवेशक को खुद शेयर बाजार की बारीकियों में उलझने की जरूरत नहीं पड़ती। लंबे समय के लिए निवेश करने पर ये फंड काफी बेहतर रिटर्न दे सकते
हैं। इक्विटी म्यूचुअल फंड में एसआईपी के माध्यम से निवेश करना विशेष रूप से मध्यम वर्ग के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) एक दीर्घकालिक और पूरी तरह सुरक्षित सरकारी योजना है। इसका लॉक-इन पीरियड 15 वर्ष होता है और ब्याज दर निश्चित रहती है। यहां निवेश की गई राशि पर मिलने वाला याज और मैच्योरिटी अमाउंट -दोनों ही पूरी तरह टैक्स-फ्री होते हैं।
अगर कोई व्यक्ति हर साल 1.5 लाख पीपीएफ में निवेश करता है, तो 15 वर्षों में उसे लगभग 40-45 लाख रुपए मिल सकते हैं। यह रिटायरमेंट, घर खरीदने, बच्चों की उच्च शिक्षा, बच्चों की शादी इत्यादि बड़े खर्चों के लिए एक मजबूत फंड बन सकता है।
— निवेश की शुरुआत जल्दी करें-समय ही सबसे बड़ा पूंजी होता है।
— हर महीने पहले निवेश करें, फिर खर्च करें।
— लक्ष्य आधारित निवेश करें-शिक्षा, घर, शादी, रिटायरमेंट आदि के लिए।
— इमोशंस से नहीं, प्लानिंग से निवेश करें।
— इंश्योरेंस भी जरूरी है-ताकि निवेश आपातकाल में बाधित न हो।