FASTag Annual Pass को देशभर के 1,150 टोल प्लाजा पर सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया है।
FASTag Annual Pass ने लॉन्चिंग के साथ देशभर में धमाल मचा दिया है। पहले ही दिन करीब डेढ़ लाख लोगों ने इसे खरीदा और लगभग उतने ही लेन-देन टोल प्लाजा पर दर्ज किए गए। इसके साथ ही हर टोल प्लाजा पर NHAI अधिकारियों और नोडल अफसरों की नियुक्ति भी की गई है ताकि पास धारकों को किसी तरह की परेशानी न हो।
रोड एंड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री का कहना है कि FASTag Annual Pass को देशभर के 1,150 टोल प्लाजा पर सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया है। इसके साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए शुरू की गई नई FASTag सेवा अब साइबर ठगों के निशाने पर है।
हाल ही में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां लोगों के FASTag वॉलेट से सीधे पैसे चोरी हो गए। दरअसल, ठग नकली लिंक भेजकर यूजर को KYC अपडेट या खाता बंद होने का झांसा देते हैं। लिंक पर क्लिक करते ही वॉलेट से रकम गायब हो जाती है। यह स्थिति खासकर उन लोगों के लिए खतरनाक है, जो बार-बार यात्रा करते हैं और अपने FASTag वॉलेट में पर्याप्त बैलेंस रखते हैं।
जो लोग अब भी सामान्य FASTag वॉलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है। किसी के साथ OTP, पासवर्ड या पिन साझा न करें, केवल आधिकारिक वेबसाइट या ऐप के जरिए ही FASTag संबंधी काम करें और अज्ञात QR कोड स्कैन करने से बचें। साथ ही, नियमित रूप से अपने वॉलेट बैलेंस पर नजर रखें और किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।