8th Pay Commission में देरी को लेकर कर्मचारी संगठन में काफी नाराजगी है।
1 करोड़ से ज्यादा केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों को त्योहारों के साथ 8वें वेतन आयोग के अपनी कार्रवाई शुरू करने की इच्छा प्रबल होती जा रही है। सरकार ने जनवरी में 8वां वेतन आयोग बनाने की मंजूरी दे दी थी लेकिन उसके बाद से फाइल आगे नहीं बढ़ी। हालांकि कर्मचारियों को अब भी यह लगता है कि आयोग जनवरी 2026 से लागू हो जाएगा। लेकिन इसकी उम्मीद कम है। क्योंकि फिटमेंट फैक्टर की व्यावहारिकता समेत दूसरे बड़े काम में डेढ़ से दो साल लगेंगे।
8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.83 से लेकर 2.46 के बीच होने की उम्मीद है, जो 7वें वेतन आयोग के फिटमेंट फैक्टर 2.57 से कम होगा। इस फिटमेंट फैक्टर पर लेवल 1 कर्मचारी की तनख्वाह में 124 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।
Pay Matrix Level 1 : इसमें न्यूनतम सैलरी 18000 रुपये है। अब 2.46 फिटमेंट फैक्टर होगा तो सैलरी बढ़कर 40320 रुपये हो सकती है।
Pay Matrix Level 2 : इसमें न्यूनतम सैलरी 19900 रुपये है। 2.46 फिटमेंट फैक्टर पर यह बढ़कर 48954 रुपये हो सकती है।
Pay Matrix Level 3 : वहीं 21700 रुपये बेसिक सैलरी पर 2.46 फिटमेंट पर यह बढ़कर हो सकती है 53382 रुपये महीना।
7वें वेतन आयोग में न्यूनतम पेंशन 9000 रुपये है। और अगर इसमें 124 फीसदी की बढ़ोतरी होती है तो यह 8वें वेतन आयोग के आने के बाद बढ़कर 20160 रुपये महीना हो सकती है।
लिंकडइन पर सीए साक्षी जैन बताती हैं कि सभी कर्मचारियों की निगाहें सरकार पर हैं। केंद्र और स्टेट के लाखों कर्मचारियों के संगठन- गवर्नमेंट इम्प्लाईज नेशनल कंफेडरेशन के प्रतिनिधि हाल में सरकार से मिले थे और उनसे 8वें वेतन अयोग की कार्रवाई जल्द शुरू करने की सिफारिश की है।
फेडरेशन से मुलाकात के दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा था कि अभी 8वें वेतन आयोग पर राज्यों और दूसरे विभागों से बातचीत चल रही है। हालांकि उन्होंने कोई तारीख नहीं बताई।