Silver Price Outlook: इस साल सभी कमोडिटीज में चांदी का रिटर्न सबसे अधिक रहा है। चांदी सिर्फ सेफ हैवन एसेट ही नहीं, बल्कि एक इंडस्ट्रीयल मेटल भी है।
Silver Price Outlook: चांदी की कीमतों में पिछले एक महीने में काफी गिरावट आई है। पिछले 25 दिन में चांदी 13,972 रुपये टूट चुकी है। 16 अक्टूबर को एमसीएक्स एक्सचेंज पर चांदी का वायदा भाव 1,67,663 रुपये प्रति किलोग्राम पर था। वहीं, 10 नवंबर को चांदी की कीमत एमसीएक्स पर 1,53,691 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। हालांकि, अब चांदी में तेजी देखी जा रही है। वैश्विक बाजार में सोमवार को चांदी का भाव 3 फीसदी उछलकर 50.03 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया था।
भले ही चांदी की कीमत पिछले महीने 4.4 फीसदी गिरी हों, लेकिन साल 2025 में चांदी अब तक 61 फीसदी रिटर्न दे चुकी है। अन्य सभी कमोडिटीज की तुलना में चांदी का रिटर्न सबसे अधिक रहा है। चांदी सिर्फ एक कीमती धातु ही नहीं है, बल्कि यह एक इंडस्ट्रीयल मेटल भी है। धीमी ग्लोबल ग्रोथ और पॉलिसी से जुड़ी अनिश्चितताओं के चलते चांदी स्ट्रांग पोजीशन पर है। जैसे-जैसे मार्केट्स फेड से स्पष्ट संकेतों का इंतजार कर रहे हैं, अस्थिर आर्थिक परिदृश्य में चांदी एक हेज और मोमेंटम-ड्रिवन ट्रेड दोनों के रूप में लगातार चमक रही है।
चांदी की घरेलू वायदा कीमत मंगलवार को 1523 रुपये की बढ़त के साथ 1,55,214 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड करती दिखी। चांदी में यह तेजी अमेरिकी अर्थव्यवस्था के कमजोर आंकड़ों के चलते देखी जा रही है। इस सुस्त यूएस इकोनॉमिक डेटा से दिसंबर में यूएस फेड रेट कट को लेकर निवेशकों की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
अमेरिकी इकोनॉमी को लेकर अच्छी खबर नहीं आ रही है। मिशिगन यूनिवर्सिटी का उपभोक्ता मनोबल सूचकांक नवंबर में घटकर 50.3 पर आ गया, जो अब तक का दूसरा सबसे निचला स्तर है। जबकि बाजार को इसके 53.2 पर रहने की उम्मीद थी। यह गिरावट अमेरिका में इतिहास के सबसे लंबे सरकारी शटडाउन और उससे बढ़ते आर्थिक असर को लेकर बढ़ती चिंता को दर्शाती है।
कमजोर आंकड़े रोजगार बाजार में भी दिखाई दिए। अमेरिकी अर्थव्यवस्था ने अक्टूबर में लगभग 1,53,000 नौकरियां गंवाईं, जो पिछले 22 वर्षों में अक्टूबर महीने की सबसे बड़ी गिरावट है। गवर्नमेंट और रिटेल सेक्टर में सबसे ज्यादा नौकरियां गिरी हैं। कॉस्ट कटिंग उपायों और एआई-ड्रिवन ऑटोमेशन के कारण एंप्लॉयमेंट ट्रेंड्स में तेज बदलाव जारी है। बढ़ती छंटनियों ने आर्थिक मंदी के डर को और बढ़ा दिया है, जबकि घटता उपभोक्ता खर्च आर्थिक दबाव को और गहरा कर सकता है। बाजार अब फेडरल रिजर्व पर पॉलिसीज में नरमी लाने का दबाव बढ़ते देख रहा है, ताकि अर्थव्यवस्था को गिरने से बचाया जा सके।
ट्रेडर्स फिलहाल दिसंबर में 0.25 फीसदी रेट कट की करीब 70% संभावना का अनुमान लगा रहे हैं। इससे अमेरिकी डॉलर कमजोर हुआ है, जिससे चांदी और अन्य डॉलर-निर्धारित धातुओं को सपोर्ट मिला। कमजोर डॉलर से कमोडिटी निवेशकों के लिए सस्ती हो जाती हैं, जिससे मांग बढ़ती है। विश्लेषकों का कहना है कि चांदी की मजबूती उसकी सेफ हैवन के रूप में मजबूत स्थिति और इंडस्ट्रियल डिमांड को दर्शाती है। निवेशक धीमी आर्थिक वृद्धि की आशंका में अपने पोर्टफोलियो को संतुलित कर रहे हैं। ऐसे में आगे चांदी की कीमतों में तेजी देखी जा सकती है।