Swiggy IPO Listing: फूड डिलीवरी की दिग्गज कंपनी Swiggy ने अपने IPO के जरिए आज शेयर बाजार में प्रवेश कर लिया है। इस IPO ने निवेशकों को करीब 7% का शुरुआती लाभ दिया। आइए जानते है पूरी खबर।
Swiggy IPO Listing: फूड डिलीवरी की दिग्गज कंपनी Swiggy ने अपने IPO के जरिए आज शेयर बाजार में प्रवेश कर लिया है। 390 रुपये की कीमत पर लॉन्च हुए इस IPO ने निवेशकों को करीब 7% का शुरुआती लाभ दिया। यह सूचीकरण विशेष रूप से अहम था, क्योंकि निवेशक कंपनी के परफॉर्मेंस को लेकर उत्सुक थे। लेकिन, ज्यादा फायदा न मिल पाने की वजह से Swiggy को इसके प्रतिद्वंद्वी Zomato से तुलना में कम समझा जा रहा है, जिसने तीन साल पहले शेयर बाजार (Swiggy IPO Listing) में अपने डेब्यू पर निवेशकों को 51% तक का मुनाफा दिलाया था। फिलहाल (सुबह 11:10 बजे तक) Swiggy का शेयर 420 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
2021 में Zomato का IPO 76 रुपये प्रति शेयर (Swiggy IPO Listing) पर लॉन्च हुआ था, और पहले ही दिन यह 115 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ, जो कि 51% का लिस्टिंग गेन था। आज Zomato का शेयर 262 रुपये पर ट्रेड कर रहा है, और इसने अब तक निवेशकों को करीब 108.72% तक का रिटर्न दिया है। ऐसे में Swiggy का 7% का लिस्टिंग गेन निवेशकों को उतना प्रभावित नहीं कर सका। Swiggy की लिस्टिंग (Swiggy IPO Listing) से पहले ग्रे मार्केट में यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि यह शेयर फायदेमंद हो सकता है, लेकिन Zomato के मुकाबले यह फ्लैट एंट्री ही मानी जा रही है।
Swiggy की प्रॉफिटेबिलिटी को लेकर निवेशकों में अभी भी कई सवाल हैं। Zomato के उलट, Swiggy की स्पष्ट प्रॉफिटेबिलिटी टाइमलाइन का अभाव है, जो निवेशकों को स्थिरता का भरोसा नहीं दिला पा रहा है। कई विश्लेषक मानते हैं कि Swiggy के पास वापसी की संभावना है, बशर्ते कंपनी अपने प्रॉफिटेबिलिटी के टारगेट्स पर टिके रहे और कुछ स्पष्ट वित्तीय मील के पत्थर (माइलस्टोन) तय करे। शेयर बाजार में एक बड़ा फैक्टर निवेशकों की धारणा होती है। यदि निवेशकों को कंपनी के बिजनेस मॉडल से फायदा मिलता है, तो वे लंबे समय तक शेयर बनाए रखते हैं। लेकिन अगर मुनाफे की उम्मीद कम होती है, तो निवेशक जल्दी शेयर बेच देते हैं।
Swiggy और Zomato के बिजनेस मॉडल में कई समानताएं होने के बावजूद कुछ बुनियादी अंतर भी हैं। Zomato ने अपनी शुरुआती सालों में सिर्फ फूड डिलीवरी पर फोकस किया था, जबकि Swiggy ने अपनी सेवाओं का विस्तार Instamart जैसे ग्रोसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म और Genie जैसी हाइपरलोकल डिलीवरी सर्विस में किया है। ये एक्सपेंशन कंपनी की लॉन्ग-टर्म ग्रोथ स्ट्रेटजी का हिस्सा हैं, लेकिन इन नए वेंचर्स से मुनाफे की स्थिति स्पष्ट नहीं है। Zomato की तुलना में Swiggy को ज्यादा मुनाफा कमाने में कठिनाई हो सकती है, क्योंकि उसे अपने हाइपरलोकल और ग्रोसरी डिलीवरी सेगमेंट में भी लगातार निवेश करना पड़ता है।
Zomato के लिए 2021 का IPO एक बड़ी सफलता साबित हुआ था। कंपनी का शेयर प्राइस तब से अब तक लगभग 108.72% बढ़ा है, और 262 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। इस शानदार रिटर्न (Swiggy IPO Listing) के चलते निवेशकों का भरोसा Zomato में बरकरार है। Zomato के रेवेन्यू मॉडल में भी एक स्थिरता देखी जा रही है, जिससे निवेशकों का भरोसा बरकरार रहता है। दूसरी ओर, Swiggy को इसी तरह का रिटर्न देने के लिए अपनी फाइनेंशियल स्ट्रेटजी को और अधिक मजबूत करने की जरूरत होगी।