Swiggy Vs Zomato: मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (एमओएफएसएल) ने मंगलवार को कहा कि फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स में इनोवेटर और कैटेगरी इन्वेंटर होने के बावजूद स्विगी अपना नेतृत्व बरकरार नहीं रख पाया। ब्रोकरेज फर्म ने कंपनी के शेयर को 'न्यूट्रल' रेटिंग दी है।
Swiggy Vs Zomato: भारत की अग्रणी फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनी स्विगी (Swiggy Vs Zomato) के सामने गंभीर चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। भले ही कंपनी ने अपने इनोवेशन और कैटेगरी इन्वेंशन के जरिए बाजार में अहम भूमिका निभाई हो, लेकिन अपनी लीडरशिप को बनाए रखने में यह असफल साबित हो रही है। प्रमुख ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (MOFSL) ने स्विगी के शेयर को 'न्यूट्रल' रेटिंग दी है और इसके भविष्य को लेकर सतर्क दृष्टिकोण पेश किया है।
ब्रोकरेज फर्म ने एक नोट में बताया कि कंपनी के सामने कई चुनौतियां हैं, जिनमें प्रबंधन की कार्यकुशलता और योजनाबद्ध तरीके से डार्क स्टोर्स तक अपनी पहुंच बढ़ाने में असफलता प्रमुख हैं। यह न केवल क्विक कॉमर्स की लाभप्रदता को प्रभावित करता है, बल्कि उपयोगकर्ताओं को बनाए रखने और अधिग्रहण लागतों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है।
एमओएफएसएल ने स्विगी के फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स बिजनेस में मार्जिन विस्तार की सीमित संभावनाओं को दूसरा बड़ा जोखिम बताया है। इस वजह से कंपनी का मूल्यांकन (वैल्यूएशन) री-रेटिंग में देरी हो सकती है। इसके अलावा, फूड डिलीवरी, क्विक कॉमर्स और आउट फॉर होम सेक्टर में बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने स्विगी की बाजार स्थिति को कमजोर किया है।
स्विगी और जोमैटो (Swiggy Vs Zomato) के प्रदर्शन की तुलना में, एमओएफएसएल का कहना है कि जोमैटो ने फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स दोनों में नेतृत्व किया है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा, शहरी समृद्ध उपभोक्ताओं के खर्च को लेकर दोनों कंपनियों के बीच जंग शुरू हो गई है। लेकिन फूड डिलीवरी के क्षेत्र में जोमैटो ने लगातार अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई है, जबकि स्विगी के उपयोगकर्ता अधिक परिपक्व दिखते हैं।
क्विक कॉमर्स की बात करें तो स्विगी (Swiggy Vs Zomato) ने इंस्टामार्ट के जरिए इस कैटेगरी का आविष्कार किया, लेकिन ब्लिंकिट और जेप्टो जैसी कंपनियां बाजार में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। ब्लिंकिट ने इस क्षेत्र में शुरुआती बढ़त हासिल की है, जबकि जेप्टो भी मजबूत प्रदर्शन कर रही है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा, क्विक कॉमर्स बाजार अभी नया है। इसमें स्टॉक कीपिंग यूनिट्स और रणनीतियों के अंतर के जरिए अवसर मौजूद हैं। विजेताओं की घोषणा करना अभी जल्दबाजी होगी।
हाल ही में शेयर बाजार में लिस्ट हुई स्विगी (Swiggy Vs Zomato) ने शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन धीरे-धीरे इसके शेयरों में गिरावट देखने को मिली। उच्च स्तर पर मुनाफावसूली के चलते स्विगी का शेयर अपने आईपीओ स्तर पर फिसल गया। स्विगी के शेयर 7.69% प्रीमियम के साथ 420 रुपये पर लिस्ट हुए थे। लेकिन मंगलवार को यह 422 रुपये प्रति शेयर के आसपास कारोबार कर रहे थे।