कांचीपुरम जिले के परंदूर में चेन्नई ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के विकास के लिए सार्वजनिक परामर्श के साथ पर्यावरण प्रभाव आकलन और पर्यावरण प्रबंधन योजना लागू करने के लिए तमिलनाडु औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (टिडको) ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से संदर्भ शर्तें (टीओआर) प्राप्त की हैं। सूत्रों के मुताबिक चार साल की वैधता के टीओर के […]
कांचीपुरम जिले के परंदूर में चेन्नई ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के विकास के लिए सार्वजनिक परामर्श के साथ पर्यावरण प्रभाव आकलन और पर्यावरण प्रबंधन योजना लागू करने के लिए तमिलनाडु औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (टिडको) ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से संदर्भ शर्तें (टीओआर) प्राप्त की हैं। सूत्रों के मुताबिक चार साल की वैधता के टीओर के दौरान टिडको को पर्यावरण मंजूरी प्राप्त करने के लिए मंत्रालय की विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति के समक्ष अंतिम इआइए, इएमपी प्रस्तुत करना होगा।
परियोजना से प्रभावित होंगे 1000 परिवार
गौरतलब है कि परियोजना के लिए आवश्यक 2173 हेक्टेयर भूमि में से अधिकांश कृषि भूमि या जल स्रोत होे के कारण इस हवाई अड्डे की परियोजना जांच के दायरे में आ गई थी। हालांकि सरकार ने इस परियोजना के पक्ष के तर्क देते हुए कहा कि 2028-29 तक चेन्नई हवाई अड्डा प्रति वर्ष 35 मिलियन यात्रियों की अपनी पूर्ण क्षमता तक पहुंच जाएगा। इसे देखते हुए ही ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का प्रस्ताव रखा गया था। इस परियोजना के लिए करीब 36635 पेड़ों को काटना पड़ेगा और लगभग 1000 परिवार प्रभावित भी होंगे। टिड्को को प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और प्रस्तावित शमन उपायों से जुड़े सामाजिक मुद्दों पर विस्तृत अध्ययन करने के लिए कहा गया।