चेन्नई के अडयार में रहने वाले एक 68 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक से फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से 3.4 करोड़ रुपए की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। CentralCrimeBranchCyberCrime ने इस मामले में दो महिलाओं समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है।
चेन्नई के अडयार में रहने वाले एक 68 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक से फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से 3.4 करोड़ रुपए की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। CentralCrimeBranchCyberCrime ने इस मामले में दो महिलाओं समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है।
जुलाई में, चेन्नई के अडयार निवासी सत्यनाथन को बेंगलुरु की FyersSecurities के अधिकारी बताने वाले कुछ लोग, व्हाट्सएप ग्रुप 'FYERSVIP' में जोड़ते हैं। पेशेवर ट्रेडिंग और निवेश की चर्चाओं के जरिये भरोसा जीतने के बाद, आरोपियों ने सत्यनाथन को 'FYERSHNI' नामक एक मोबाइल ऐप डाउनलोड करने को कहा।
सत्यनाथन ने जुलाई 7 से 25 जुलाई के बीच आरोपियों के बताए 13 अलग-अलग बैंक खातों में अपने AxisBank खाते से 3.4 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए। जब उन्होंने पैसे वापस मांगे तो मोबाइल ऐप पूरी तरह निष्क्रिय हो गया और वह ठगी का शिकार हो गए। इसके बाद उन्होंने NationalCyberCrimeReportingPortal पर शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के आधार पर 7 अक्टूबर को CentralCrimeBranchCyberCrimeDivision ने मामला दर्ज किया। चेन्नई महानगर पुलिस आयुक्त श्री ए. अरुण, IPS के आदेश पर विशेष पुलिस टीम ने जांच शुरू की। 22 नवंबर को तंजावुर निवासी बालासुब्रमणियन (51) को गिरफ्तार किया गया।
इसके बाद पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में टीम ने बुधवार को तुत्तुकुडी जिले के मेलूर निवासी मुरुगेश (49), शंकरापेरी निवासी एप्सी (35) और तिरुचेंदूर निवासी पंचवर्णम (33) को भी गिरफ्तार किया। इनसे अपराध में इस्तेमाल किया गया एक मोबाइल फोन बरामद हुआ।
जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी ने एजेंट्स के माध्यम से एप्सी और पंचवर्णम से संपर्क किया और उनके स्वयं सहायता समूह की अन्य महिलाओं के खाते लिए। इन खातों में सत्यनाथन के पैसे ट्रांसफर हुए। मुरुगेश के खाते में 6,00,790 रुपए आए जिनके चेक निकासी कर एजेंट को दे दिया गया और मुरुगेश को कमीशन मिला। ऐसे पांच खातों के जरिए करीब 45 लाख रुपए की हेराफेरी की गई।
गिरफ्तार तीनों आरोपियों को गुरुवार को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग इन्वेस्टमेंट, अनजान व्हाट्सएप ग्रुप और नकली ऐप से सावधान रहें। किसी भी लालच में आकर अपना बैंक खाता किसी को न दें क्योंकि यह अपराध है। ऑनलाइन धोखाधड़ी या साइबर क्राइम की शिकार होने पर तुरंत www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें या राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।