चेन्नई

त्रिभाषा नीति का उद्देश्य बहुभाषीयता को बढ़ावा देना है: तमिलनाडु भाजपा

K Annamalai

less than 1 minute read
Mar 26, 2025

चेन्नई. तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के. अन्नामलै ने स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में उल्लिखित तीन-भाषा नीति का उद्देश्य छात्रों को कई भाषाएं सीखने का अवसर प्रदान करना है और यह हिंदी थोपने का प्रयास नहीं है, जैसा कि मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने आरोप लगाया है। अन्नामलै ने कहा, "नीति को हिंदी थोपने के प्रयास के रूप में गलत तरीके से पेश कर मुख्यमंत्री ने डीएमके के छिपे हुए एजेंडे को मजबूत किया है कि केवल वे ही कई भाषाएं सीख सकते हैं जो उन्हें सीखने का खर्च उठा सकते हैं।

स्कूल शिक्षा विभाग के नीति नोट का हवाला देते हुए अन्नामलै ने बताया कि तमिलनाडु सरकार ने खुद संस्कृत और अन्य भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण धन आवंटित किया है। उन्होंने कहा कि 2024-25 में संस्कृत को बढ़ावा देने पर 11 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं और 2025-26 में इसके लिए 10 करोड़ रुपए निर्धारित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, 2024-25 में अन्य भाषाओं को बढ़ावा देने पर 13 करोड़ रुपए खर्च किए गए, जिसमें 14 करोड़ रुपए शामिल हैं।

Published on:
26 Mar 2025 04:18 pm
Also Read
View All

अगली खबर