छतरपुर

बुंदेलखंड को मिली नई सौगात, 2000 करोड़ रुपए में बनेगा फोरलेन हाईवे

Bhopal-Kanpur highway: मध्य प्रदेश के छतरपुर में दूसरे फोरलेन हाईवे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह हाईवे करीब 2000 करोड़ रुपये में बनेगा, जो 98 किमी लंबा होगा।

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Apr 02, 2025

Bhopal-Kanpur highway: कभी सड़कों के मामले में पिछड़ा माने जाने वाला बुंदेलखंड अब विकास की नई राह पर अग्रसर है। एक फोरलेन के बाद अब छतरपुर जिले में दूसरे भोपाल-कानपुर फोरलेन (Bhopal-Kanpur highway) निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हालांकि, पहले तय समय सीमा 2026 के बजाय अब 2028 तक यह फोरलेन बनकर तैयार होगा।

भोपाल-कानपुर हाईवे से दौड़ेगी तरक्की की रफ्तार

छतरपुर और महोबा को कारोबार की राजधानी कानपुर और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से जोड़ने वाला कबरई-सागर फोरलेन, क्षेत्र में आर्थिक विकास को नई ऊंचाई देगा। 526 किलोमीटर लंबे भोपाल-कानपुर हाइवे के तहत सागर से कानपुर तक 232 किलोमीटर का फोरलेन तीन साल में 4290 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा।

120 की स्पीड और महज ढाई घंटे में सफर पूरा

फोरलेन को अत्याधुनिक हाइवे के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटे रखी जाएगी। इस हाइवे पर यात्रियों की सुरक्षा और सुगमता के लिए कई फ्लाईओवर, अंडरपास और सर्विस रोड बनाए जाएंगे। फिलहाल कानपुर से सागर की दूरी तय करने में 7 घंटे लगते हैं, लेकिन फोरलेन बनने के बाद यह सफर महज ढाई घंटे में पूरा हो जाएगा।

व्यापार, उद्योग और किसानों को होगा सीधा लाभ

यह हाईवे दोनों राज्यों के आर्थिक विकास को नई गति देगा। व्यापारियों और उद्योगों के लिए यह नया अवसर होगा, जबकि किसानों को भी अपनी उपज के लिए बड़े बाजारों तक बेहतर पहुंच मिलेगी। कृषि उत्पादों की आवाजाही तेज और सुलभ होगी, जिससे किसानों की आमदनी में इजाफा होगा।

दो चरणों में खर्च होंगे 2 हजार करोड़ रुपए

कबरई-सागर फोरलेन के फेज 3 और 4 के टेंडर हो चुके हैं। छतरपुर जिले की सीमा में साठिया घाटी से चौका गांव तक तीसरे फेज में और चौका गांव से कैमाहा बैरियर तक चौथे फेज में कुल 98 किलोमीटर लंबे फोरलेन का निर्माण किया जाएगा। इन दोनों चरणों में लगभग 2 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

  • तीसरा फेज: 55 किलोमीटर लंबा फोरलेन, लागत 1008 करोड़ रुपए।
  • चौथा फेज: 43 किलोमीटर लंबा फोरलेन, लागत 997 करोड़ रुपए।
  • तीसरे फेज का ठेका एमकेसी इंफ्रास्ट्रक्चर को मिला।
  • चौथे फेज का ठेका बेलजी कंपनी को मिला।

2028 तक पूरा होगा प्रोजेक्ट

प्रोजेक्ट डायरेक्टर देवेंद्र चापेकर ने कहा कि 'यह फोरलेन भारतमाला श्रृंखला के अंतर्गत बनाया जा रहा है और 2027-28 तक पूरा कर लिया जाएगा। इससे बुंदेलखंड क्षेत्र में विकास की नई राह खुलेगी।

Updated on:
07 Oct 2025 01:46 pm
Published on:
02 Apr 2025 05:39 pm
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