Bhopal-Kanpur highway: मध्य प्रदेश के छतरपुर में दूसरे फोरलेन हाईवे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह हाईवे करीब 2000 करोड़ रुपये में बनेगा, जो 98 किमी लंबा होगा।
Bhopal-Kanpur highway: कभी सड़कों के मामले में पिछड़ा माने जाने वाला बुंदेलखंड अब विकास की नई राह पर अग्रसर है। एक फोरलेन के बाद अब छतरपुर जिले में दूसरे भोपाल-कानपुर फोरलेन (Bhopal-Kanpur highway) निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हालांकि, पहले तय समय सीमा 2026 के बजाय अब 2028 तक यह फोरलेन बनकर तैयार होगा।
छतरपुर और महोबा को कारोबार की राजधानी कानपुर और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से जोड़ने वाला कबरई-सागर फोरलेन, क्षेत्र में आर्थिक विकास को नई ऊंचाई देगा। 526 किलोमीटर लंबे भोपाल-कानपुर हाइवे के तहत सागर से कानपुर तक 232 किलोमीटर का फोरलेन तीन साल में 4290 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा।
फोरलेन को अत्याधुनिक हाइवे के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटे रखी जाएगी। इस हाइवे पर यात्रियों की सुरक्षा और सुगमता के लिए कई फ्लाईओवर, अंडरपास और सर्विस रोड बनाए जाएंगे। फिलहाल कानपुर से सागर की दूरी तय करने में 7 घंटे लगते हैं, लेकिन फोरलेन बनने के बाद यह सफर महज ढाई घंटे में पूरा हो जाएगा।
यह हाईवे दोनों राज्यों के आर्थिक विकास को नई गति देगा। व्यापारियों और उद्योगों के लिए यह नया अवसर होगा, जबकि किसानों को भी अपनी उपज के लिए बड़े बाजारों तक बेहतर पहुंच मिलेगी। कृषि उत्पादों की आवाजाही तेज और सुलभ होगी, जिससे किसानों की आमदनी में इजाफा होगा।
कबरई-सागर फोरलेन के फेज 3 और 4 के टेंडर हो चुके हैं। छतरपुर जिले की सीमा में साठिया घाटी से चौका गांव तक तीसरे फेज में और चौका गांव से कैमाहा बैरियर तक चौथे फेज में कुल 98 किलोमीटर लंबे फोरलेन का निर्माण किया जाएगा। इन दोनों चरणों में लगभग 2 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर देवेंद्र चापेकर ने कहा कि 'यह फोरलेन भारतमाला श्रृंखला के अंतर्गत बनाया जा रहा है और 2027-28 तक पूरा कर लिया जाएगा। इससे बुंदेलखंड क्षेत्र में विकास की नई राह खुलेगी।