देश में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) का पांचवां चरण चल रहा है। इस चरण में 20 से 80 सीटर विमानों की श्रेणी-2 और 80 सीटों से ज्यादा वाली श्रेणी-3 के विमानों के संचालन पर फोकस किया गया है।
छतरपुर. दतिया, खजुराहो और दिल्ली के बीच विमान सेवा के लिए रुट पिछले साल फरवरी माह में अलॉट हो गया है। इस रूट पर 19 सीटर विमान सेवा शुरु होना थी। संचालन के लिए फ्लाइंग बिंग कंपनी को अनुमति भी मिल गई, लेकिन योजना के तहत दतिया की एयरस्ट्रिप को एयरपोर्ट को स्वरुप देने का काम पूरा न होने से योजना अभी तक अटकी है। दतिया में एयरपोर्ट तैयार होते ही विमान का संचालन शुरु होगा। वर्ष 2017 में शुरु हुई क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना के पांचवे चरण में सस्ते विमान सेवा की सुविधा खजुराहो-दतिया शुरू करने की योजना है। इस योजना से पीतांबरा से खजुराहो के मतंगेश्वर तक धार्मिक पर्यटन बढऩे की संभावना है।
देश में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) का पांचवां चरण चल रहा है। इस चरण में 20 से 80 सीटर विमानों की श्रेणी-2 और 80 सीटों से ज्यादा वाली श्रेणी-3 के विमानों के संचालन पर फोकस किया गया है। पहले चरण की 600 किलोमीटर की सीमा को समाप्त कर दिया गया है और उड़ान के मूल और गंतव्य के बीच की दूरी के लिए कोई प्रतिबंध नहीं है। इसी का लाभ खजुराहो से दतिया के बीच उड़ान सेवा शुरु करने की योजना बनी लेकिन अभी तक मूर्त रूप नहीं दे सकी।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने देशभर में संचालित 63 हवाई अड्डों पर किए गए ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण की वर्ष 2025 की रिपोर्ट जारी की है। इस सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश का खजुराहो एयरपोर्ट को देशभर में 8वां और प्रदेश में पहला स्थान दोबारा प्राप्त हुआ है। इसके अलावा ग्वालियर एयरपोर्ट को 10वां, भोपाल एयरपोर्ट को 15वां और जबलपुर एयरपोर्ट को 22वां स्थान मिला है। हालांकि अभी तक इस सूची में 64 एयरपोर्ट शामिल थे, लेकिन इस बार जुलाई 2024 से दिसंबर 2024 तक की जारी रिपोर्ट में 63 एयरपोर्ट ही शामिल किए गए हैं। इसके पहले जनवरी 2024 से जून 2024 की रिपोर्ट में 64 एयरपोर्ट में भी खजुराहो प्रदेश में पहले पायदान और देश में 10वें स्थान पर रहा है।
खजुराहो एयरपोर्ट ने यात्री सुविधाओं और संतष्टि के मामले में अपना खोया हुआ तमगा जुलाई 2024 में वापस हासिल कर लिया था। वर्ष 2019 में 64 एयरपोर्ट में दसवें नंबर पर शुमार खजुराहो एयरपोर्ट पांच साल बाद जनवरी से जून 2024 की रैकिंग में एयरपोर्ट में दसवीं और प्रदेश में पहली रैंकिंग हासिल करने में सफल हुआ। इसके पहले पिछले पांच साल में सबसे बुरे हालात 2020 में रहे, जब कोरोना काल में रैकिंग गिरकर 51 वें पायदान पर पहुंच गई थी।