Chhatarpur- एमपी में रेत का अवैध कारोबार खुलेआम चल रहा है। सत्ताधारी बीजेपी के भी कई विधायक, सांसदों पर भी इसमें लिप्त होने के आरोप लगते रहे हैं।
Chhatarpur- एमपी में रेत का अवैध कारोबार खुलेआम चल रहा है। सत्ताधारी बीजेपी के भी कई विधायक, सांसदों पर भी इसमें लिप्त होने के आरोप लगते रहे हैं। इसी मुद्दे पर एक विधायक और कलेक्टर की भिड़ंत तो कई दिनों तक सुर्खियों में बनी रही। प्रदेश के छतरपुर जिले में भी अवैध रेत परिवहन धड़ल्ले से किया जा रहा है। यहां तो रेत माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि उनके खिलाफ की जा रही प्रशासन की कार्रवाई को भी खुलेआम धत्ता बताया जा रहा है। शनिवार को कुछ ऐसा ही हुआ। प्रशासन ने अवैध रेत परिवहन में लगे कुछ ट्रैक्टरों को जब्त कर थाने में रखवा दिया। कुछ ही घंटों में आरोपी, थाने से जब्त ट्रैक्टर ही ले भागे। प्रशासन को खुली चुनौती देकर दबंगई दिखानेवाले इन आरोपियों में विधायक के एक समर्थक भी शामिल हैं। घटना के बाद जिलेभर में पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। इधर विधायक ललिता यादव ने समर्थक और उसकी करतूत से पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने मामले में विधिवत कार्रवाई की बात कही है।
एसडीएम अखिल राठौर ने सुबह सुबह अवैध रेत कारोबार पर सख्ती दिखाते हुए कार्रवाई की। उन्होंने रेत से भरे तीन ट्रैक्टरों को पकड़ा और सिविल लाइन थाने में रखवा दिया। कुछ ही घंटे बाद विधायक ललिता यादव के समर्थक दीपक यादव सहित अन्य आरोपी जब्त ट्रैक्टरों को थाने से ले गए। दिनदहाड़े हुई इस वारदात से हर कोई हैरान रह गया है।
घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र के पन्ना रोड फोरलेन की है। बताया गया कि जब्त ट्रैक्टर दीपक यादव, कैलाश यादव और मनोज तिवारी के हैं। मुख्य आरोपी दीपक यादव को विधायक का करीबी माना जाता है, जिसके चलते पुलिस पर राजनीतिक दबाव की चर्चाएं तेज हैं।
थाने से ट्रैक्टरों के ले जाने का वीडियो भी वायरल हुआ है। एसडीएम राठौर ने जब्ती की पुष्टि की है, जबकि थाना प्रभारी सतीश सिंह ने जानकारी से अनभिज्ञता जताई।
विधायक समर्थक की दबंगई के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। लोगों का कहना है कि जब थाने में रखे जब्त वाहन ही सुरक्षित नहीं हैं, तो सड़क पर चल रहे रेत माफियाओं पर कार्रवाई की उम्मीद कैसे की जाए?
इधर विधायक ललिता यादव ने समर्थक दीपक यादव और उसकी करतूत से पूरी तरह पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले से उनका कोई लेना देना नहीं है। विधायक ललिता यादव ने कहा- देखिए समर्थक क्या है, छतरपुर में रहने वाले लोग हैं। पकड़े थे तो विधिवत कार्रवाई की जाए, चाहे कोई हो। यादव है तो मेरा समर्थक कैसे हो गया! जो भी हो विधिवत कार्रवाई होना चाहिए, उसमें क्या है। मेरा समर्थक कहना सही नहीं है। लोग आते हैं, फोटो खिचवाते हैं। तो इसका ये मतलब नहीं कि समर्थक है। मुझे ऐसी चीजों से कोई लेना देना नहीं है।