बिछुआ पुलिस ने किया अंधे हत्याकांड का खुलासा, दंपती व उनके दोनों बेटों को पुलिस ने पकड़ा, हत्या के बाद बोरे में भरकर फेंका था
छिंदवाड़ा. बिछुआ थाना अंतर्गत ग्राम सुरंगी से खमरा जाने वाले मार्ग पर पुलिया के नीचे मंगलवार की शाम को बोरे में युवक का शव मिला था। पुलिस ने शव की शिनाख्त सिवनी जिले के बादलपार चौकी अंतर्गत ग्राम जोगीवाड़ा के अर्जुन (46) पिता रूपलाल मरावी से की थी। हत्या का यह मामला बिछुआ पुलिस के चुनौती बना हुआ था लेकिन शिनाख्त होने के 24 घंटे के भीतर बिछुआ पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया। पुलिस ने जांच में पाया कि मृतक का 19 दिसंबर को सुनीला उइके के घर पहुंचा था तथा बदनाम करने, घर जलाने तथा जान से मारने की धमकी परिवार को दी थी। इस दौरान विवाद होने पर एक ही परिवार के अज्जू उर्फ अजय (23) पिता मोहन उइके, अंकित (26) पिता मोहन उइके, मोहन (50) पिता लखनू उइके, सुनीला (45) पति मोहन उइके सभी निवासी ग्राम जोगीवाड़ा, सिवनी ने कुल्हाड़ी से हमला कर अर्जुन की हत्या कर दी तथा शव को बोरी में भरकर बाइक से बिछुआ क्षेत्र में फेंका था।
पुलिस ने इस प्रकरण का खुलासा करते हुए सभी आरोपियों को पकड़ लिया है। इस कार्रवाई में बिछुआ थाना प्रभारी सतीश उइके, एसआई अजय सिंह सल्लाम, जियालाल पांचे, एएसआई शिवशंकर सिंह, प्रधान आरक्षक प्रमोद धुर्वे, यशवंत मर्सकोले सहित बिछुआ तथा चांद का स्टॉफ सहित एफएसएल टीम, सायबर सेल प्रधान आरक्षक नितिन सिंह, आरक्षक राहुल डडोरे की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
बिछुआ थाना अंतर्गत ग्राम सुरंगी से खमरा जाने वाले मार्ग पर पुलिया के नीचे 23 दिसंबर 2025 को बोरे में बंद युवक का शव मिला था। युवक की धारदार हथियार से हत्या कर शव को बोरे में बंद कर पुलिया के नीचे फेंका गया, शव पर धारदार हथियार से गले व कंधे पर गहरे निशान थे, पुलिस को 112 पर सूचना मिली थी कि पुलिया के नीचे बोरा पड़ा है तथा उसमें कुछ संदिग्ध चीज है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरु कर दी थी।