-मोबाइल पाकर मालिकों के चेहरे पर लौटी मुस्कान
जिले की साइबर सेल टीम ने एक बार पुन: गुम मोबाइल की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्रवाई की और 46 लाख 81 हजार रुपए कीमत के 251 मोबाइल फोन बरामद कर मालिकों के सुपुर्द किए। एसपी अजय पाण्डे की उपस्थिति में पुलिस ने पुलिस कंट्रोल रूम से इन्हें दिए।
पुलिस के अनुसार विगत कुछ महीनों में पुलिस को अलग-अलग थाना क्षेत्रों में मोबाइल फोन गुम जाने संबंधी अनेक शिकायतें प्राप्त हुई थीं। साइबर सेल की टीम ने गुम मोबाइल को तकनीकी सहायता से ट्रेस किया गया। इसमें विभिन्न कम्पनियों के मोबाइल बरामद किए। मोबाइलों को छिंदवाड़ा पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व सायबर सेल की टीम ने पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोबाइल मालिकों को सुपुर्द किए गए। बरामद मोबाइल शासकीय कर्मचारी, टीचर, प्राइवेट जॉब, व्यापारी, हाट दुकान संचालक, दुकानदार, विद्यार्थी, हलवाई, ऑटो चालक, ट्रेक्टर, ड्राइवर, मजदूर, गृहणी, किसान, सीनियर सिटीजन व अन्य व्यक्तियों के थे, जिन्हें पुलिस अधीक्षक ने मोबाइल फोन प्रदान किया। छिंदवाड़ा पुलिस ने एक बार पुन: सामुदायिक पुलिसिंग का परिचय देते हुए नए वर्ष के अवसर पर मोबाइल धारकों को मोबाइल लौटाए। इससे मोबाइल पाकर मोबाइल धारकों के चेहरे पर मुस्कान वापस लौटी। पुलिस अधीक्षक ने सायबर सेल की टीम को सराहनीय कार्य के लिए पुरस्कृत करने की घोषणा की।
पुलिस प्रशासन के तत्वावधान में बुलेट बाइक रैली का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य समाज में सडक़ सुरक्षा, नशा मुक्ति, और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक अजय पांडे ने झंडी दिखाकर किया। रैली में विशेष रूप से यातायात विभाग की उन्नत बाइक सबसे आगे रही, जिसे हाल ही में आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। यह बाइक अब यात्रा व्यवस्था और ट्रैफिक प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यातायात बाइक के पीछे पुलिस वाहन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया। उसके बाद बुलेट बाइक रैली में शामिल रहीं। इन बुलेट बाइकों ने एकजुटता, अनुशासन और जागरूकता का संदेश दिया। रैली के साथ प्रचार रथ भी रवाना किया गया, जिसने विभिन्न प्रमुख मार्गों पर जाकर सडक़ सुरक्षा, नशा मुक्ति, और साइबर सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया। नुक्कड़ सभाओं, पोस्टर-बैनर और पंपलेट्स के माध्यम से जन-जन तक यह संदेश पहुंचाया गया।