- साइबर जागरूकता को लेकर दिव्यांग एकता एवं कल्याण मंच ने की संगोष्ठी
दिव्यांग एकता एवं कल्याण मंच की जिला कार्यकारिणी ने रविवार को साइबर जागरूकता को लेकर संगोष्ठी का आयोजन किया। निगम के टाउनहॉल स्थित मंदिर परिसर में आयोजित संगोष्ठी में मंच के प्रदेश सचिव अरविंद कुमार बाथव, जिलाध्यक्ष शरद कुशवाहा, उपाध्यक्ष नांतो बेलवंशी, महामंत्री हबीब मंसूरी, समाजसेवी अमित इंगले एवं पप्पू मंडराह शामिल रहे। मंच के प्रदेश सचिव अरविंद बाथव ने पत्रिका के चलाए जा रहे अभियान की सराहना करते हुए दिव्यांगों को सावधान रहने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि दिव्यांग योजनाओं से जुड़ी कई बार एपीके लिंक डाउनलोड करने के लिए सोशल साइट पर आते हैं, उनके एकाउंट खाली हो सकते हैं। संगोष्ठी में दिव्यांग पदाधिकारियों ने फोन पर प्रलोभन देने वाले कॉल की जानकारी दी ।
अरविंद कुमार बाथव
पिछले दिनों मैं फेसबुक पर फ्लैश होने वाली बैंकों के क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारी देख रहा था। अगले ही दिन मुझे क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए फोन आ गया। फोन पर निजी जानकारी मांगते हुए क्रेडिट कार्ड बनाने की प्रक्रिया करने की बात कही। तब मैंने इनकार कर दिया। अरविंद ने बताया कि इन दिनों वाट्सऐप पर अनजाने लिंक, वीडियो कॉल की भरमार आ चुकी है।
हबीब मंसूरी
मुझे कुरियर कंपनी के नाम पर कॉल आया कि आपका एक काफी कीमती पार्सल है, जिसके लिए आपको मेरे इस नंबर पर 1800 रुपए जमा करने होंगे। लेकिन लगातार अखबारों में पढऩे के कारण मैं सतर्क था। और मैंने ऐसा कोई काम या कोई प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया था जिसके लिए मुझे इनाम मिले। इस कारण सावधान रहते हुए फोन काट दिया।
अमित इंगले
करीब 20 दिन पहले एक निजी कंपनी के नाम से फोन किया गया था कि आपका मोबाइल नंबर वीआईपी नंबर के कारण पुरस्कार के लिए चुना गया है। इस पर दो लाख रुपए आपको मिलेंगे, लेकिन इस ऑफर को लेने के लिए मुझे 3500 रुपए भेजना होगा। मेरे घर में काफी पहले से पत्रिका अखबार आ रहा है। मैंने सावधानी से फोन काटा और पुलिस को सूचना दी।
शरद कुशवाहा
मेरे पास हरियाणवी बोली में फोन आया। मुझे अपने नाम का अनुमान लगाने के लिए कहा तो मैंने धोखे से अपने हरियाणवी दोस्त का नाम बोल दिया। उसने अपना फोन पे बंद होने की बात करते हुए मेेरे नंबर पर दस हजार रुपए भेजने की प्रक्रिया की बात कही। उसके भेजे लिंक को खोला तो अचानक फोन पे पर पैसे भेजने का विकल्प आ गया। मैं सतर्क था तो मैंने फोन काट दिया।
नांतों बेलवंशी
मेरा जुन्नारदेव में बैंक खाता है। मैं छिंदवाड़ा एवं भोपाल में निवास करती हूं। अक्सर वहां के नाम से मुझे फोन आते रहे हैं कि आपका वीआईपी नंबर चयन हुआ है। आप जब अपने शहर आएं तो वहां से फोन करें आपको फायदा होगा। एक दो बार बिना नंबर प्रदर्शित हुए वीडियो कॉल भी आए हैं। उस समय कैमरे का मोबाइल मैंने सीलिंग की तरफ कर दिया तो फोन कट गया।