छिंदवाड़ा

Swachhta Survey 2024: शहर में नहीं दिख रही थ्रीआर थीम, स्वच्छता अंक पाने के उपाय नदारद

अभी बारिश से कीचड़, चलना मुश्किल, चौतरफा सीवर लाइन वर्क से समस्या

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sewer line work all around

स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की मैदानी तैयारियां शहर में दिखाई नहीं दे रही हैं। किसी सडक़ तिराहे-चौराहे या सार्वजनिक स्थलों पर थ्रीआर थीम के स्ट्रक्चर खड़े नहीं किए गए हैं। अभी चौतरफा बारिश के बीच सीवर लाइन वर्क से कीचड़ पर चलना मुश्किल हो गया है। इस स्थिति में हर वार्ड पानी, गंदगी समेत अन्य शिकायतें सामने आ रही हैं।
इस स्वच्छता सर्वेक्षण में टूल किट के अनुसार इस बार की थीम श्री आर यानी रिड्यूज, रियूज, रिसाइकिल और बैकलेन (घर के पीछे की गली) पर आधारित थी। इसमें बैकलेन को पहली बार शामिल किया गया है। इस सर्वेक्षण में 9500 अंक होंगे। इसमें 60 प्रतिशत यानी 5705 अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस पर तय किए हंै। जबकि सर्टिफिकेशन पर 26 प्रतिशत यानी 2500 अंक और 14 प्रतिशत बानी 1295 अंक जन आंदोलन के लिए रहेंगे। इस बार थ्री आर यानी रिड्यूज, रियूज, रिसाइकिल और बैकलेन (घर के पीछे की गली) पर विशेष फोकस करना था। इस हिसाब से शहर के वार्डों में अब तक थ्री आर के कोई केंद्रीत उपाय देखने को नहीं मिले हैं। केवल जागरूकता के कुछ कार्यक्रम हो रहे हैं।

नहीं बदली छत के पीछे कचरा फेंक ने की आदत

इस स्वच्छता सर्वेक्षण में छत के पिछले हिस्से में कचरा फेंकने की आदत बदलना मकसद था। अभी भी लोग घरों से निकलने वाले कचरे को छत से पीछे वाले हिस्से में फेंक देते हैं। इस बारे में शहर में कोई जागरूक अभियान नहीं चलाया जा रहा है। इससे लोगों की आदत में बदलाव नहीं आ पाया है। ये समस्या हर वार्ड में मौजूद है।

सीवर लाइन वर्क से गड्ढों में कीचड़, आवागमन प्रभावित

इस समय भारी बारिश के दौरान नगर निगम क्षेत्र सीवर लाइन के कार्य कर रहे हैं। सडक़ें खोदी जा रही हैं। उसके गड्ढों में हर दिन बारिश का पानी भर रहा है। ऐसे में सडक़ का आवागमन निरंतर जारी है। निगम अधिकारी भी मान रहे हंै कि सीवर लाइन निर्माण एजेंसी काम के दबाव के चलते बारिश में काम करने मजबूर है।

जामुनझिरी की प्रोसेसिंग एक कंपनी को सौंपी

जामुनझिरी कचरा प्लांट से आय अर्जित करने की दृष्टि से नगर निगम ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत निजी एजेंसियों को पेशकश की थी। निगम इंजीनियर अभिनव तिवारी का कहना है कि ये एजेंसी इस प्रोजेक्ट में काम कर अपनी रिपोर्ट देगी। इस आधार पर कचरा की प्रोसेसिंग से आय अर्जित कर निगम को डाटा देना होगा। उसके बाद आगे की प्रक्रिया तय होगी।

इनका कहना है
नगर निगम में स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियां की जा रही हैं। इसके लिए कर्मचारियों को हर कर्मचारी को काम सौंपा गया है। इस बार सर्वेक्षण में बेहतर अंक प्राप्त करने प्रयासरत हैं।
-विक्रम अहके, महापौर

Published on:
05 Aug 2024 11:39 am
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