जिला पंचायत की शिक्षा स्थायी समिति की बैठक
जिला पंचायत सभाकक्ष में गुरुवार को हुई शिक्षा स्थायी समिति की बैठक में स्कूलों के पानी में फ्लोराइड का मुद्दा उठाया गया। वहीं, निजी स्कूल की मान्यता की जांच कराने की मांग की।
बैठक सभापति अमित सक्सेना, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पुन्हार, सदस्य कमलेश उइके, अरुण परते, केशर नेताम, मनोज वानखेड़े की उपस्थिति में हुई। उपाध्यक्ष सक्सेना ने कहा कि स्कूलों में दर्ज संख्या में वृद्धि के अधिक प्रयास किए जाएं। 50 प्रतिशत से कम रिजल्ट वाली शालाओं की समीक्षा कर आवश्यकतानुसार कार्यवाही की जाए। जिला पंचायत अध्यक्ष पुन्हार ने कहा कि प्राथमिक शालाओं में विद्यार्थियों के बैठने की समुचित व्यवस्थाएं करें। कमलेश उइके ने पूछा कि, निजी स्कूलों की मान्यता के संबंध में क्या कार्यवाही की गई। सनब्राइट कॉन्वेंट उमरेठ की जांच का मुद्दा उठाया। सदस्य परते ने जुन्नारदेव की घानाउमरी निजी शालाओं की मान्यता का मुद्दा उठाया।
सभापति सक्सेना ने कहा कि जिन स्थानों पर शाला भवन रिक्त हैं उन्हें पंचायतों में आंगनबाड़ी को हस्तांतरित करने कहा गया। शालाओं में अतिथि शिक्षकों की व्यवस्थाएं की बात कही। पुन्हार ने स्कूलों में शौचालय एवं उनकी साफ-सफाई का मुद्दा उठाया गया। बीईओ एचबीआरसी स्कूलों में मध्याह्न भोजन की समीक्षा करे। पुन्हार ने स्कूलों के पानी में फ्लोराइड की जांच करने को कहा गया।
बैठक में गत वर्ष की तरह अच्छे रिजल्ट के प्रयास करने कहा गया। माध्यमिक स्कूलों की दर्ज संख्या बढ़ाने भी निर्देशित किया गया। बैठक में जिला शिक्षा केन्द्र, आदिवासी विकास विभाग, मध्याह्न भोजन की भी समीक्षा की। कमलेश उइके एवं अरुण परते सदस्य ने कुंडालीकला के प्राचार्य की कार्यप्रणाली पर असंतोष व्यक्त किया। सक्सेना ने मध्याह्न भोजन में ध्यान देते हुए रसोइयों आदि की नियुक्ति में विवाद की स्थिति निर्मित न होने की बात कही।