- नए गरीब परिवारों को कनेक्शन की जरूरत - छिंदवाड़ा में नहीं आ पा रहा लक्ष्य
लम्बे समय से प्रधानमंत्री उज्ज्वला गैस कनेक्शन योजना का पोर्टल बंद पड़ा हुआ है। इससे नए गरीब परिवार कनेक्शन लेने आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। पेट्रोलियम कंपनियां छिंदवाड़ा में लक्ष्य पूर्ण होना बता रही हैं। जबकि नए गरीब परिवारों को इसकी जरूरत बनी हुई है। इस मामले को सांसद-विधायकों से केंद्र सरकार के अधिकारियों के समक्ष उठाने की अपेक्षा की जा रही है।
स्वच्छ ईंधन, बेहतर जीवन के नारे के साथ केन्द्र सरकार ने एक मई 2016 को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी। उसके बाद से लगातार आठ वर्ष 2022 तक इस योजना के आवेदन लिए गए। तब से अब तक छिंदवाड़ा-पांढुर्ना जिले में 2.32 लाख गैस कनेक्शन स्वीकृत किए गए। इस योजना में करीब 300 रुपए की सब्सिडी भी दी जा रही है। इस गैस की कनेक्शनधारियों को लाड़ली लक्ष्मी योजना में भी शामिल किया गया है। जिस पर राज्य सरकार भी 300-400 रुपए की सब्सिडी दे रही है। बताते हैं कि वर्ष 2022 के बाद पेट्रोलियम कंपनियों ने उज्ज्वला गैस कनेक्शन के पोर्टल बंद कर दिए। खासकर ये मान लिया कि छिंदवाड़ा में उज्ज्वला गैस कनेक्शन की जरूरत खत्म हो गई है। इस योजना का नया लक्ष्य भी नहीं आ पा रहा है।
वर्ष 2022 के बाद से हुए शादी-ब्याह से छिंदवाड़ा-पांढ़ुर्ना जिले में नए परिवार बने हैं। इनमेंं अनेक गरीब महिलाएं और पुरुष हैं। इन परिवारों की जरूरत नया गैस कनेक्शन है। उन्हें सामान्य गैस कनेक्शन उच्चतम दामों पर खरीदना पड़ रहा है। जबकि उज्ज्वला गैस कनेक्शन मुफ्त में दिए जाने का प्रावधान है। फिलहाल ऐसे गरीब परिवार गैस कनेक्शन के अभाव में दो वक्त की रोटी लकड़ी-कंडे के चूल्हे पर पका रहे हैं।
पिछले वर्ष 2023 में गैस कम्पनियों ने छिंदवाड़ा जिले के संदर्भ में ये जानकारी दी थी कि छिंदवाड़ा में उज्ज्वला गैस कनेक्शन संख्या 232194 तथा सामान्य गैस उपभोक्ता संख्या 299361 है। इस तरह कुल 529607 परिवार गैस उपभोक्ता हैं। वर्ष 2024 में उज्ज्वला गैस पोर्टल बंद होने से ये कनेक्शन यथावत् है। सामान्य गैस उपभोक्ताओं की संख्या तीन लाख पार कर गई है।
इनका कहना है
उज्जवला गैस कनेक्शन पोर्टल लम्बे समय से बंद है। छिंदवाड़ा को कोई नया लक्ष्य भी नहीं मिला है।- अंजू मरावी, सहायक आपूर्ति अधिकारी