भारतीय जनगणना (Indian Census) विश्व की सबसे बड़ी प्रशासनिक और सांख्यिकीय कार्ययोजना है। प्रस्ताव अनुसार भारत की जनगणना दो चरणों में आयोजित की जाएगी। जिसके क्रम में घरों की सूची बनाना और आवास गणना और फरवरी 2027 से जनसंख्या की गणना की जाएगी।
चूरू. भारत की बहुप्रतीक्षित जनगणना के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने स्वीकृति जारी कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में भारत की जनगणना 2027 कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है जिसके क्रम में चूरू जिले में इसके लिए प्रारंभिक प्रक्रिया शुरू हो गई है।
सबसे बड़ी कार्य योजना
भारतीय जनगणना (Indian Census) विश्व की सबसे बड़ी प्रशासनिक और सांख्यिकीय कार्ययोजना है। प्रस्ताव अनुसार भारत की जनगणना दो चरणों में आयोजित की जाएगी। जिसके क्रम में घरों की सूची बनाना और आवास गणना और फरवरी 2027 से जनसंख्या की गणना की जाएगी।
जिला स्तर पर गठित होगी सेल
प्रस्तावित कार्यक्रम अनुसार चूरू जिले में जनगणना के लिए जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा के निर्देशानुसार जिला जनगणना सेल का गठन किया जाएगा। जिला प्रशासन की ओर से उप-जिला, तहसील और उपखण्ड स्तर पर जनगणना अधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा। जिसके क्रम में सुपरवाईजर, मास्टर ट्रेनर और गणकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
यह रहेगी कार्यनीति
जनगणना प्रक्रिया में हर घर में जाना और हाउस लिस्टिंग तथा हाउसिंग जनगणना और जनसंख्या गणना के लिए अलग-अलग प्रश्नावली होगी। राज्य सरकार की ओर से नियुक्त गणनाकारएन्यूमेरेटर अपनी नियमित ड्यूटी के अतिरिक्त जनगणना का फील्ड वर्क भी करेंगे। उप-जिला, जिला स्तरों पर जनगणना अधिकारियों को जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त किया जाएगा।
जाति डेटा शामिल
राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक में जनगणना 2027 (Census 2027) में जाति गणना को शामिल करने के लिए गए निर्णय अनुसार जाति डेटा संकलित होंगे। देश में भारी सामाजिक और जनसांख्यिकीय विविधता तथा संबंधित चुनौतियों के साथ, जनगणना 2027 के दूसरे चरण यानी जनसंख्या गणना (पीई) में जाति डेटा को इलेक्ट्रॉनिक रूप से भी शामिल किया जाएगा।
होगी 8वीं जनगणना
जनगणना 2027 देश में 16वीं जनगणना और स्वतंत्रता के बाद की 8वीं जनगणना होगी। जनगणना गांव, शहर और वार्ड स्तर पर प्राथमिक डेटा उपलब्ध कराने का सबसे बड़ा स्रोत है, जो घर की स्थिति, सुविधाएं और परिसंपत्तियां, जनसांख्यिकीय, धर्म, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, भाषा, साक्षरता और शिक्षा, आर्थिक कार्यकलाप, प्रवासन और उर्वरता जैसे अलग-अलग मानकों पर सूक्ष्म स्तर डेटा प्रदान करेगा।
जिले में शुरू हुई प्रक्रिया
उप जिला जनगणना अधिकारी एवं सांख्यिकी विभाग के उपनिदेशक डॉ.रामगोपालसेपट ने बताया कि जिले में जनगणना की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिला जनगणना अधिकारी जिला कलक्टर के दिशा निर्देशन में जनगणना का कार्य शुरू होगा। इसमें अतिरिक्त कलक्टर उप जिला जनगणना अधिकारी होंगे। उपखण्ड क्षेत्रों में एसडीएम तहसील क्षेत्रों के लिए तहसीलदार तथा नगर निकायों में आयुक्त अधिकारी होंगे।
जयपुर निदेशालय की टीम ने किया सत्यापन
उप जिला जनगणना अधिकारी डॉ.सेपट ने बताया इसी सप्ताह जिला स्तर पर आयोजित कैम्प में जनगणना जयपुर निदेशालय की टीम की ओर से राजस्व रिकार्ड अनुसार गांव, वार्ड की सूचियां, नक्शों में सुधारकर सत्यापन किया गया। उन्होंने बताया कि इससे पहले मास्टर ट्रेनर, प्रगणकों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। गणना ब्लॉक अनुसार डिजिटल नक्शे बनेंगे। पहले चरण में मई-जून में मकानों का सूचिकरण और घरों की गणना की जाएगी। फरवरी 2027 से जनसंख्या गणना होगी। गणना के दौरान आमजन से तीस प्रकार के सवाल पूछे जाएंगे।