दाढ़ी मूछ वाले हनुमान जी के नाम से प्रसिद्ध दुनिया का इकलौता मंदिर सालासर धाम नववर्ष के स्वागत को लेकर तैयार है।
सालासर - आस्था का केंद्र सिद्धपीठ सालासर बालाजी मंदिर (Salasar Balaji Temple) में नववर्ष के स्वागत को लेकर भक्तों कि उमड़ी भीड़। आधुनिकता के इस युग में जहां नववर्ष के आगमन पर युवा वर्ग होटल में जाकर पार्टियां करते हैं, लेकिन लॉकडाउन के बाद युवाओं का धार्मिक स्थलों से जुड़ना देखने को मिला है। दाढ़ी मूछ वाले हनुमान जी के नाम से प्रसिद्ध दुनिया का इकलौता मंदिर सालासर धाम नववर्ष के स्वागत को लेकर तैयार है। देश के कोने कोने से लाखों लोग सालासर बालाजी की शरण में पहुंचकर अरदास करेंगे। 31 दिसंबर (31 December) को रात्रि से ही श्रद्धालु दर्शन करेंगे। नववर्ष के अवसर पर एक जनवरी को दो लाख श्रद्धालुओं के सालासर (Salasar) पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। श्री हनुमान सेवा समिति के अध्यक्ष सत्यप्रकाश पुजारी ने बताया कि रात्रि को 1 बजे बालाजी मंदिर के पट्ट खोल दिए जाएंगे जिसके बाद श्रद्धालु लाइनों में लगकर बालाजी महाराज के दर्शन कर सकेंगे।
बालाजी से अरदास के बाद नए साल की शुरुआत
लाखों लोग सालासर पहुंच गए हैं, जो बालाजी महाराज के दर्शन कर अपने नए साल की शुरुआत करेंगे। मध्य रात्रि आतिशबाजी के साथ नए साल का स्वागत श्रद्धालु करेंगे। उसके बाद बालाजी के दर्शन कर अपने व्यापार में बढ़ोतरी व परिवार में सुख समृद्धि की कामना के साथ 2026 की शुरुआत करेंगे। मंगलवार को 40 हजार श्रद्धालुओं ने बालाजी के चरणों में शीश नवाया।
चप्पे चप्पे पर सुरक्षाकर्मी
नए साल (New Year Eve) के अवसर पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन लगा हुआ है। सालासर थानाधिकारी सुभाष विश्नोई ने बताया कि 100 से अधिक पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। साथ ही 150 निजी सुरक्षाकर्मी लगाए हैं। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही है। ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर भी प्रशासन काफी गंभीर हैं। जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव खुद इस पर निगरानी रख रहे हैं।
एक घंटे में 13 हजार लोग दर्शन कर सकेंगे
सालासर बालाजी (Salasar Balaji) के दर्शनो को सुगमता से करवाने को लेकर मंदिर कमेटी हर सम्भव प्रयास कर रही है। बालाजी मंदिर में सात लाइनों के रास्तों के जरिए भक्तों को दर्शन होंगे, जिसके चलते एक घंटे में 13 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं।