वर्षा ऋतु में सीजन में पहली बार जिलेभर में एक साथ हुई बारिश ने मरुधरा को तरबतर कर दिया। जिले में अब तक हो रही खण्ड खण्ड बारिश के बाद सावन आते आते प्राय: सभी तहसीलों में बरसात हुई। हालांकि वर्षा कही हल्की, मध्यम और तेज हुई।
चूरू. वर्षा ऋतु में सीजन में पहली बार जिलेभर में एक साथ हुई बारिश ने मरुधरा को तरबतर कर दिया। जिले में अब तक हो रही खण्ड खण्ड बारिश के बाद सावन आते आते प्राय: सभी तहसीलों में बरसात हुई। हालांकि वर्षा कही हल्की, मध्यम और तेज हुई जिसमें चूरू, भानीपुरा में सर्वाधिक बारिश हुई। जिले के सरदारशहर, रतनगढ़, सुजानगढ, तारानगर, राजलदेसर, राजगढ़ तथा सिद्धमुख में बादल बरसे। बारिश से एक ओर खेतों में रौनक लौटी तो दूसरी ओर कई स्थानों पर जल भराव के कारण लोगों को परेशानी हुई।
अस्पताल आया बारिश के पानी की जद में
इसी क्रम में बरसाती पानी की जद में आए भरतिया अस्पताल के आगे जमा हुए पानी का निकास नहीं हुआ। यहां जल भराव के कारण अस्पताल के प्रवेश द्वार से लोगों आने जाने में परेशानी हुई। इसके अलावा चांदनी चौक, बाबोसा मंदिर मार्ग, बहड़ मार्ग, डाबला रोड़ सहित अनेक स्थानों पर बारिश का पानी एकत्रित होने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
जिले में सबसे कम बारिश सिद्धमुख में
जिले में सावन के पहले दिन सुबह 8.30 बजे तक सबसे कम बारिश सिद्धमुख में 6 मिमी दर्ज की गई। बीदासर और राजगढ़ में 7-7 मिमी., तारानगर में 11 तथा राजलदेसर में 13 मिमी.बारिश दर्ज की गई। सरदारशहर में 22, सुजानगढ़ में 32, रतनगढ़ में 37, चूरू में 43 तथा भानीपुरा में 48 मिमी.बारिश दर्ज की गई। इस तरह जिले में शुक्रवार को सुबह तक कुल 226 मिमी.बारिश हुई।
लोहिया कॉलेज के आगे एकत्रित रहा पानी
बरसाती पानी की निकासी नहीं होने से लोहिया कॉलेज के आगे जल भराव की समस्या बन रही। दूसरे दिन भी निकासी नहीं होने से विद्यार्थियों को पानी से होकर गुजरना पड़ा। शहर के इस व्यस्त मार्ग पर निरंतर पानी जमा रहने से पैदल चलने वाले राहगीरों का निकलना कठिन रहा वहीं वाहन चालकों को भी परेशानी हुई।